Lok Sabha Election Phase 1 Voting- छत्तीसगढ़ का बस्तर लोकसभा चुनाव के लिए तैयार है. लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए बस्तर सीट में बुधवार शाम को प्रचार अभियान खत्म हो गया. अब भारी सुरक्षा के बीच 19 अप्रैल को यहां मतदान होना है. भ्रष्टाचार, गरीबी और चुनाव से पहले किए गए वादों जैसे मुद्दों पर बीजेपी-कांग्रेस में तीखी नोकझोंक के बाद अब बारी जनता की है.
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राज्य के 11 लोकसभा क्षेत्रों में से नक्सल प्रभावित बस्तर एकमात्र सीट है, जहां 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होगा. बता दें कि बस्तर से जुड़े कांकेर में 16 अप्रैल को बड़ा नक्सल ऑपरेशन हुआ था,जिसमें 29 माओवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया. ऐसे में बस्तर में शांतिपूर्ण मतदान बड़ी चुनौती है.
मैदान में 11 उम्मीदवार
बस्तर में कुल 11 उम्मीदवार मैदान में हैं, जहां 14,72,207 मतदाता – (7,71,679 महिलाएं, 7,00,476 पुरुष और 52 धर्ड जेंडर के लोग)- अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं.
वहीं दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 12,703 और सर्विस वोटर की संख्या 1,603 है.
निर्वाचन क्षेत्र में 1,961 मतदान केंद्र बनाए गए हैं और माओवादी खतरे के मद्देनजर उनमें से 230 से ज्यादा को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है.
बीजेपी कांग्रेस ने झोंकी ताकत
बीजेपी पार्टी के अभियान का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया. इन दिग्गजों ने बस्तर के क्षेत्र रैलियां की. अपनी रैलियों में, भाजपा नेताओं ने भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस, खासकर राज्य में उसकी पिछली सरकार पर निशाना साधा.
वहीं कांग्रेस की बात करें तो राहुल गांधी, जिन्होंने यहां एक रैली को संबोधित किया था, उनके सहयोगी सचिन पायलट और राज्य पार्टी प्रमुख दीपक बैज ने विपक्षी दल के लिए अभियान का नेतृत्व किया और जवाबी हमला करते हुए दावा किया कि उनकी पार्टी गरीबों के लिए सोचती है, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार केवल अमीरों के लिए काम करती है.
कांग्रेस ने अपना अभियान को अपने चुनावी वादों पर फोकस किया, जिसमें महालक्ष्मी योजना, जाति जनगणना, 30 लाख खाली सरकारी पदों पर भर्ती, युवाओं के लिए प्रशिक्षुता शुरू करना, सरकारी कंपनियों में ठेकेदारी प्रथा को खत्म करना और कृषि ऋण माफी शामिल है.
तीन चरणों में मतदान
राज्य की 11 लोकसभा सीटों पर तीन चरणों में चुनाव होंगे. जहां नक्सल प्रभावित बस्तर सीट पर शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान होगा, वहीं तीन सीटों - राजनांदगांव, कांकेर (एसटी) और महासमुंद में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा.
शेष सात सीटों - रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा (एससी), कोरबा, सरगुजा (एसटी) और रायगढ़ (एसटी) - पर 7 मई को तीसरे चरण में मतदान होगा.
महेश और लखमा के बीच कड़ी टक्कर
सत्तारूढ़ भाजपा ने एक नए चेहरे महेश कश्यप को मैदान में उतारा है, जो पूर्व में विश्व हिंदू परिषद के सदस्य रह चुके हैं, जबकि कांग्रेस ने अपने मौजूदा सांसद दीपक बैज, जो पार्टी के राज्य प्रमुख हैं, उनको हटा दिया है और मौजूदा विधायक कवासी लखमा को टिकट दिया है.
छह बार के विधायक, लखमा ने पिछली भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया था.
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