Chhattisgarh Baloda Bazar Protest News: छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा (Vijay Sharma) ने दो कैबिनेट सहयोगियों के साथ 11 जून मंगलवार को छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार शहर का दौरा किया. ठीक एक दिन पहले कथित तौर पर सतनामी समुदाय द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने एक सरकारी कार्यालय और कई वाहनों को आग लगा दी. अधिकारी ने बताया कि गृह विभाग संभालने वाले शर्मा ने निर्देश दिया कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.
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छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार (Balodabazar) में सोमवार को सतनामी समाज के विरोध प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया. प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ की और इसके बाद भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया. इस बीच कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट में आगजनी की. प्रदर्शन के दौरान पुलिस और कर्मचारियों के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प भी हुई.
क्या है पूरा मामला
15 और 16 मई की आधीरात को अज्ञात व्यक्तियों ने जिले के गिरौदपुरी धाम में पवित्र अमर गुफा के पास सतनामी समुदाय द्वारा पूजे जाने वाले पवित्र का प्रतीक 'जैतखाम' को तोड़ दिया जिसके बाद घटना से जुड़े तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
घटना के विरोध में सतनामी समुदाय ने सोमवार को यहां दशहरा मैदान में प्रदर्शन का आह्वान किया और कलेक्टर कार्यालय का भी घेराव किया.
चूंकि विरोध प्रदर्शन के कारण आगजनी और पथराव हुआ, बलौदाबाजार-भाटापारा जिला प्रशासन ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू कर दी, जिससे 16 जून तक बलौदाबाजार शहर में चार या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है.
जायजा लेने पहुंचे कई मंत्री, शर्मा ने क्या कहा?
हालात का जायजा लेने के लिए डिप्टी सीएम शर्मा, राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा (Tank Ram Verma)और खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने मंगलवार तड़के जिला कार्यालय का दौरा किया. पत्रकारों से बात करते हुए शर्मा ने घटना पर दुख जताया और अधिकारियों को आगजनी में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
क्षतिग्रस्त वाहनों में से कई वाहन गरीब लोगों के थे जो सरकारी कार्यालय में अपने काम के लिए आए थे. डिप्टी सीएम शर्मा ने कहा, "सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया और रिकॉर्ड रूम में दस्तावेज जला दिए गए."
विजय शर्मा ने यह भी कहा है कि इससे पहले सतनामी समुदाय के नेताओं की ओर से जैतखाम को हुए नुकसान की पुलिस जांच से असंतुष्ट होकर उच्च स्तरीय जांच की मांग के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने न्यायिक जांच के आदेश दिये थे. उन्होंने दावा किया है कि समुदाय के लोगों ने इस पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि वे सीएम का आभार व्यक्त करते हुए एक ज्ञापन सौंपेंगे, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने सोमवार के विरोध प्रदर्शन के दौरान आगजनी की.
हिरासत में कई लोग- पुलिस
विरोध प्रदर्शन के दौरान लगभग 50 मोटरसाइकिलें, दो दर्जन कारें, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के कार्यालयों वाली इमारत को आगजनी के कारण क्षतिग्रस्त दिखाया गया है. भीड़ ने एक फायर ब्रिगेड वाहन को भी आग लगा दी, जिसे पुलिस के साथ झड़प करते देखा गया था. पुलिस सूत्रों ने बताया है कि कई लोगों को हिरासत में लिया गया है.
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