छत्तीसगढ़ की 5 गुफ़ाएं, जहां के अंधेरे में दफ्न हैं कई राज, देखकर हो जाएंगे हैरान...
तस्वीर: अक्षय दुबे 'साथी'
छत्तीसगढ़ में पहाड़, झरने, तालाब, नदियों के अलावा यहां ऐसी गुफ़ाएं भी हैं जिनमें कई राज छुपे होने के दावे हैं.
तस्वीर: छत्तीसगढ़ सरकार
हम आपको ऐसी ही पांच सबसे रहस्यमयी गुफ़ाओं के बारे में बातएंगे.
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कैलाश गुफ़ा : छोटा बाबा धाम कही जाने वाली इस गुफ़ा के भीतर शिवलिंग के ऊपर साल भर पानी की धारा बहती रहती है, जबकि ऊपर कोई भी पानी का स्रोत नहीं है. ये गुफ़ा अंबिकापुर में स्थित है.
तस्वीर अक्षय दुबे 'साथी'
साल 1985 में रामेश्वर गहीरा गुरु ने जंगलों के बीच से इस गुफ़ा को खोज निकाला था जहां दो शिवलिंग भी मिले.
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जोगीमारा गुफ़ा: कहा जाता है कि रायगढ़ के रामगिरि पर्वत पर स्थित इस गुफ़ा के अंदर भित्ति चित्रों का निर्माण देवदासी सूतनुका ने किया था. शोध में इसे 2000 साल पुराना बताया गया है .
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रामगढ़ गुफ़ा : सरगुजा जिले के विंध्याचल पर्वत श्रृंखला पर बनी इस गुफ़ा की प्राचीन मान्यता है कि यहां भगवान राम अपने वनवास काल में ठहरे थे.
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सीता बेंगरा: रामगढ़ गुफ़ा के ही निकट सीता बेंगरा को विश्व की पहली नाट्यशाला के तौर पर मान्यता है. माना जाता है कि वनवास काल में इस गुफ़ा में मां सीता निवास करती थीं.
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कुटुम्बसर गुफ़ा :जगदलपुर जिले के कोटसर गांव में स्थित इस गुफ़ा में अंधी मछलियां पाई जाती हैं.
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इस गुफा का निर्माण प्राकृतिक बदलावों से हुआ था. शोध में यहां पूर्व में आदिमानवों के निवास का पता चला है.