CG Lok Sabha Election:राजनांदगांव सीट में समोसे वाले ने बढ़ाई भूपेश बघेल की टेंशन!

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CG Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव के कारण इन दिनों सियासी पारा गरम है. इस बीच गरम-गरम समोसे बेचने वाले एक शख्स ने भूपेश बघेल की टेंशन बढ़ा दी है. बघेल का मुकाबला सीटिंग सांसद संतोष पांडेय से है. इस बीच इन दोनों दिग्गजों को टक्कर देने के लिए अजय पाली नाम के एक समोसे बेचेने वाले ने नामांकन फॉर्म खरीद लिया है.

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Chhattisgarh News: लोकसभा चुनाव के कारण इन दिनों सियासी पारा गरम है. इस बीच गरम-गरम समोसे बेचने वाले एक शख्स ने भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) की टेंशन बढ़ा दी है. राजनांदगांव सीट से भूपेश बघेल के चुनाव लड़ने से ये सीट हाईप्रोफाइल हो गई है. बघेल का मुकाबला सीटिंग सांसद संतोष पांडेय (Santosh Pandey) से है. इस बीच इन दोनों दिग्गजों को टक्कर देने के लिए अजय पाली नाम के एक समोसे बेचेने वाले ने नामांकन फॉर्म खरीद लिया है.

चुनावी वादों से आहत है अजय


अजय कवर्धा में समोसा बेचकर अपना जीवन यापन करते है. राजनांदगांव कलेक्टर पहुंचे अजय ने 10 रुपए और 50 रुपए के चिल्हर जोड़कर 25 हजार रुपए में नामांकन फार्म खरीदा. अजय पाली का कहना है कि गरीब और मजदूर तबके के लोगों को छोटे- छोटे काम करवाने के लिए नेताओं को चक्कर काटना पड़ता है. चुनावी वादों से वे बेहद आहत है, इससे ही परेशान होकर वे चुनावी रण में कूदे है. 

राजनांदगांव लोकसभा में कांग्रेस के 5 विधायक

बता दें राजनादंगांव लोकसभा सीट से बीजेपी ने मौजूदा सांसद संतोष पांडेय पर एक बार फिर से भरोसा जताया है. उनको फिर से इस बार उम्मीदवार बनाया. वहीं कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राजनांदगांव सीट से मैदान पर उतारकर चौंका दिया. बघेल के चुनावी मैदान में उतरते ही यहां का चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया हैं. माना जा रहा है कि राजनांदगांव लोकसभा में शामिल 8 विधानसभा में से 5 सीटों पर कांग्रेस के विधायक जीतने में कामयाब हुए. यहीं वजह है कि इस सीट पर कांग्रेस को काफी उम्मीद है. 

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बघेल सरकार ने दो नए जिलों की भी दी थी सौगात


इसके अलावा बघेल के मुख्यमंत्री रहते ही राजनांदगांव जिले से अलग होकर खैरागढ़-छुईखदान और मोहला- मानपुर दो नए जिलों की सौगात भी दी है. इन सबका फायदा मिलने की उम्मीद से कांग्रेस ने अपने दिग्गज नेता भूपेश बघेल को यहां भेजा है. अब नामांकन का दौर शुरु होते ही अजय पाली कवर्धा में रेल लाइन के मुद्दे के साथ ही चुनावी रण में आ गए है. नए जिलों के अलावा रेलवे लाइन का मुद्दा भी इस चुनाव में काफी अहम साबित होगा. कांग्रेस जहां छत्तीसगढ़ की ट्रेनों के कैंसल होने को मुद्दों पर बीजेपी को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है, तो बीजेपी को मोदी की गारंटी पर भरोसा है.


राजनांदगांव से परमानंद रजक की रिपोर्ट 

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