CG Lok Sabha Election: कवासी लखमा ने निकाल दी EVM की आवाज, फिर हो गया गजब!
Kawasi Lakhma: बस्तर लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं. एक बार फिर से लखमा ने आदिवासियों को ईवीएम में वोटिंग के लिए समझाते नजर आए. इस दौरान तो लखमा ने ईवीएम की आवाज ही निकाल दी
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Kawasi Lakhma: बस्तर लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं. एक बार फिर से लखमा ने आदिवासियों को ईवीएम में वोटिंग के लिए समझाते नजर आए. इस दौरान तो लखमा ने ईवीएम की आवाज ही निकाल दी
CG Lok Sabha Election: बस्तर लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा (Kawasi Lakhma) अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं. एक बार फिर से लखमा ने आदिवासियों को ईवीएम में वोटिंग के लिए समझाते नजर आए. इस दौरान तो लखमा ने ईवीएम की आवाज ही निकाल दी. लखमा ने चुनाव-प्रचार के दौरान एक सभा में गोंढी भाषा में कहा था कि कवासी लखमा जीतोड़, नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ढोलतोर. यानी कवासी लखमा जीतेगा और नरेन्द्र मोदी मरेगा, खेल खत्म, राम-राम. कवासी के बयान पर भाजपा नेता और कैबिनेट मंत्री मंत्री केदार कश्यप ने कवासी पर खूब भड़के, केदार ने कह दिया कि सियार के चिल्लाने से शेर नहीं भागता.
कभी मुर्गा लड़ाई, तो कभी तीर चलाने की बात
हमेशा सुर्खियों में रहने वाले कवासी लखमा बस्तर लोकसभा से टिकट मिलते ही कहा था मैं तो अपने बेटे के लिए दुल्हन खोजने गया था, लेकिन पार्टी ने तो मुझे ही दुल्हन दे दी. इसके बाद चूड़ी नहीं पहनने, बलि और बकरा को लेकर भी बयान दिया था. बस्तर के आदिवासियों को रिझाने लखमा कभी मुर्गा लड़ाई लड़ते दिखाई दिए, तो कभी वो ग्रामीणों को पुलिस के खिलाफ तीर-धनुष उठाने को कहते हैं.
लखमा को बस्तर में हो सकता है बड़ा नुकसान
बता दें कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान कवासी लखमा कभी बलि तो कभी बकरा और चूड़ी पहनने जैसे बयान दिया. लखमा कभी शराब पीकर नाचने कहते हैं लेकिन इस बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर विवादित बयान से कवासी की मुसीबत बढ़ती दिख रही है. इस मामले को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस के बस्तर लोकसभा प्रत्याशी कवासी लखमा के खिलाफ निर्वाचन आयोग से शिकायत की है. इतना ही नहीं बीजेपी ने लखमा की उम्मीदवारी रद्द कर अपराध दर्ज करने और चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर दी हैं. ऐसे में भले ही कवासी अपने अनूठे अंदाज से बस्तर के लोगों को साधने में हर कोशिश में लगे है, लेकिन पीएम के लिए ऐसे बयान से लखमा को बस्तर में बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है.
ब्यूरो रिपोर्ट, छत्तीसगढ़ तक
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