Chhattisgarh News: कांग्रेस सरकार की इस योजना की होगी जांच, बृजमोहन के बाद ओपी ने दिए संकेत
Chhattisgarh News: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही छत्तीसगढ़ में राम वनगमन पथ को लेकर सियासत तेज हो गई है. छत्तीसगढ़ में…
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Chhattisgarh News: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही छत्तीसगढ़ में राम वनगमन पथ को लेकर सियासत तेज हो गई है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के दौरान बनाए जा रहे राम वनगमन पथ मार्ग को अब बीजेपी सरकार बदलने की तैयारी में है. विपक्ष में रहते बीजेपी ने राम वनगमन पथ मार्ग को लेकर भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) सरकार को लगातार घेरती रही है. अब सरकार बनने के बाद इस योजना को लेकर पड़ताल का दौर तेज हो गया है. साय सरकार के वित्त मंत्री ओपी चौधरी (OP Choudhary) ने कहा कि राम वन गमन पथ मार्ग के नाम पर कांग्रेस सरकार में बड़ा घोटाला हुआ है.
कांग्रेस सरकार में शुरु हुआ काम
वनवास के दौरान श्रीराम छत्तीसगढ़ के जिन मार्गों से होकर गुजरे, इन क्षेत्रों को संस्कृति और पर्यटन के लिहाज से डेव्लप करने राम वनगमन पथ मार्ग प्लान किया गया था. कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में अक्टूबर 2021 को सीएम बघेल ने इसका शुभारंभ किया. श्रीराम के वनवास काल से जुड़े स्थलों को विकसित करने की इस योजना की शुरुआत माता कौशल्या की नगरी चंदखुरी से की गई. छत्तीसगढ़ में कोरिया से लेकर दक्षिण में सुकमा तक राम वन गमन पथ के लिए तात्कालीन सरकार ने 162 करोड़ रुपए का प्रस्ताव बनाकर काम भी शुरु कर दिया.
कोरिया से सुकमा तक राम वनगमन मार्ग
राम वनगमन मार्ग परियोजना के तहत कोरिया के सीतामढ़ी हरचौका, सरगुजा के रामगढ़, शिवरीनारायण, तुरतुरिया, चंदखुरी, राजिम, सिहावा सप्तऋषि आश्रम,बस्तर और सुकमा के रामाराम में काम किया जा रहा है. कांग्रेस सरकार ने राम वन गमन पथ से जुड़ी जगहों के साथ 75 जगहों को चिन्हित किया था. इसे नए पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित करना था. इन जगहों पर जोर शोर के साथ काम चल रहा है, इसमें उत्तरी छत्तीसगढ़ में कोरिया से लेकर दक्षिण में सुकमा तक शामिल है.
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सरकार बदलने के साथ लगे बड़े आरोप
छत्तीसगढ़ में बीजेपी की रमन सरकार के दौरान ही राम वनगमन समिति ने छत्तीसगढ़ में श्रीराम ने जहां-जहां वनवास का समय बिताया, उसकी विस्तृत रिपोर्ट बनाकर सौंपी थी. हालांकि इस रिपोर्ट को केंद्र से स्वीकृति नहीं मिल ही नहीं पाई और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन गई. कांग्रेस सरकार ने राम के मुद्दे को बीजेपी से हाईजैक करते हुए तत्कालीन सीएम बघेल ने योजना का उद्घाटन किया था. अब सरकार बदलने के साथ ही राम वनगमन पथ मार्ग को लेकर पिछली सरकार पर आरोप लग रहे है. भाजपा सरकार आने के बाद नए सिरे से तैयारी चल रही है.
आरोप- प्रत्यारोप का दौर तेज
इन कामों को लेकर इससे पहले धर्मस्व एवं पर्यटन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल (Brijmohan Agrawal) ने कांग्रेस को घेरा था. उन्होंने साफ कहा था कि कांग्रेस सरकार ने पैसा कमाने के लिए अपने हिसाब से मार्ग तय किया था. राम वन गमन पथ मार्ग सही बने, इसलिए बीजेपी शासन में समिति की ओर से किए गए सर्वे के आधार पर ही इसे आगे बढ़ाया जाएगा. वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि बीजेपी शुरू से इस योजना को लेकर दुर्भावना रख रही है, उनके आरोप झूठे है. केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार होने के चलते ही राम वनगमन सर्किट से छत्तीसगढ़ को शामिल नहीं किया.
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राम वनगमन पथ मार्ग को लेकर चल रहे कामों के साथ ही अब आरोप- प्रत्यारोप का दौर तेज है. ऐसे में आने वाले समय में साय सरकार की जांच पड़ताल में गड़बड़ी सामने आने पर कांग्रेस की मुसीबत बढ़ सकती है.
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रायगढ़ से नरेश शर्मा की रिपोर्ट
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