छत्तीसगढ़ पहुंची न्याय यात्रा, राहुल का बड़ा आरोप- नरेंद्र मोदी ओबीसी नहीं हैं
Rahul Gandhi in Chhattisgarh- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी का…
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Rahul Gandhi in Chhattisgarh- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी का दो सूत्री कार्यक्रम अन्याय को बढ़ावा देना और नफरत और हिंसा फैलाना है. कांग्रेस नेता गांधी अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के ओडिशा से छत्तीसगढ़ में प्रवेश करने के बाद राज्य के रायगढ़ जिले के रेंगालपाली गांव में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित कर रहे थे.
नवंबर 2023 के विधानसभा चुनावों के बाद यह उनकी छत्तीसगढ़ की पहली यात्रा थी, जिसमें उनकी पार्टी राज्य में सत्ता से बाहर हो गई थी. राहुल गांधी ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला.
‘वह जन्म से ओबीसी नहीं हैं…’
राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और दावा किया कि वह जन्म से ओबीसी नहीं हैं क्योंकि उनकी जाति “घांची” को साल 2000 में गुजरात में तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा अन्य पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल किया गया था.
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जाति जनगणना के लिए अपनी पार्टी की वकालत को दोहराते हुए, गांधी ने कहा, “अगर मोदी जी कहते हैं कि देश में केवल दो जातियां हैं – गरीब और अमीर – तो वह ओबीसी कैसे हो गए…मोदी जी का जन्म ओबीसी के रूप में नहीं हुआ था। मोदी जी की जाति घांची को 2000 में गुजरात की तत्कालीन भाजपा सरकार ने ओबीसी (सूची) में शामिल किया था.”
उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए दावा किया, “आपका प्रधानमंत्री ओबीसी से नहीं है. वह खुद को ओबीसी के रूप में पहचानते रहते हैं, लेकिन वह ओबीसी नहीं हैं, बल्कि वह सामान्य श्रेणी की जाति से हैं.”
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गांधी ने कहा, एक साल पहले, भाजपा के “नफरत फैलाने और हिंसा का माहौल बनाने” के कृत्य के खिलाफ भारत जोड़ो यात्रा ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक (2022-23 में) लगभग 4,000 किलोमीटर की दूरी तय की थी. अब, लोगों के लिए न्याय मांगने के लिए भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू की गई है.
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सच सुनो!
नरेंद्र मोदी जन्म से OBC नहीं हैं, उन्हें OBC गुजरात की भाजपा सरकार ने बनाया है।
वह कभी पिछड़ों के हक़ और हिस्सेदारी के साथ न्याय नहीं कर सकते।
नरेंद्र मोदी जातिगत गिनती नहीं करने वाले।
जातिगत गिनती कांग्रेस ही कर के दिखाएगी। pic.twitter.com/GqT00YFbao
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 8, 2024
‘वे हिंसा के बाजार चलाते हैं…’
गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से एक सुंदर नारा निकला – “नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान” (नफरत के बाजार में प्यार की दुकान)। यह नारा कांग्रेस की विचारधारा को गहराई से समझाता है. लोकसभा सदस्य ने बिना किसी का नाम लिए दावा किया, “वे नफरत के बाजार खोलते हैं और हम प्यार की दुकान खोलते हैं. वे हिंसा के बाजार चलाते हैं, हम अहिंसा की दुकान चलाते हैं.”
उन्होंने कहा, “लोगों की मांग पर, हमने यात्रा का दूसरा संस्करण शुरू करने का फैसला किया और इसमें ‘न्याय’ शब्द जोड़ा – भारत जोड़ो न्याय यात्रा. पहली यात्रा में, हमने पाया कि विभिन्न वर्गों, भाषाओं, राज्यों, महिलाएं, किसान और मजदूर के साथ अन्याय हो रहा है. अन्याय और नफरत-हिंसा के बीच एक संबंध है. अन्याय के बिना नफरत नहीं फैलाई जा सकती.”
‘भाजपा का दो सूत्री कार्यक्रम’
गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा का दो सूत्री कार्यक्रम “अन्याय को बढ़ावा देना और नफरत और हिंसा फैलाना” है. उन्होंने कहा कि यात्रा का दूसरा संस्करण आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से न्याय के लिए है.
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि देश पिछले 40 वर्षों में सबसे अधिक बेरोजगारी दर का सामना कर रहा है, मुद्रास्फीति बढ़ रही है, सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण किया जा रहा है, आदिवासियों की जमीनें छीनी जा रही हैं और लोगों को “आर्थिक अन्याय” का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा, “बेरोजगारी क्यों है? ऐसा इसलिए है क्योंकि सब कुछ अडानी को दिया जा रहा है. आपकी संपत्ति उन्हें सौंपी जा रही है. आप जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) का भुगतान करते हैं और यह सीधे अडानी की जेब में जाता है.”
जातिगत जनगणना पर क्या बोले राहुल?
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि एक पत्रकार ने बुधवार को ओडिशा में उनसे पूछा कि क्या वह जाति जनगणना के बारे में बात करके देश को विभाजित कर रहे हैं और पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों को उनका उचित अधिकार मिलना चाहिए.
गांधी ने कहा, “मैंने उनसे कहा कि उनका सवाल अच्छा है, लेकिन क्या मैं जवाब देने से पहले उनसे एक सवाल पूछ सकता हूं, जिस पर उन्होंने हां कहा.” गांधी ने कहा, “मैंने उनसे पूछा कि कितने ओबीसी, आदिवासी और दलित मीडिया संगठनों के मालिक हैं. वह (पत्रकार) चुप हो गए.”
गांधी ने कहा कि देश की 50 प्रतिशत से अधिक आबादी ओबीसी वर्ग से है, 15 प्रतिशत लोग दलित और 8 प्रतिशत आदिवासी हैं.
उन्होंने दावा किया “इस 73 प्रतिशत आबादी की मीडिया, शीर्ष 200 कॉरपोरेट्स, प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) और 90 नौकरशाहों में कोई आवाज नहीं है… आप इस 73 प्रतिशत (जनसंख्या) को कुछ भी नहीं दे रहे हैं. ”
गांधी ने कहा, “हमें पहले उनकी सटीक संख्या का पता लगाना होगा.” उन्होंने कहा,
‘वह तब जाति जनगणना की मांग नहीं करेंगे…’
कांग्रेस नेता ने दावा किया, ”अदाणी की कंपनी में आपको सामान्य वर्ग या ओबीसी, दलित और आदिवासियों के गरीब लोग नहीं मिलेंगे.” उन्होंने कहा कि जिस दिन इन वर्गों के लोग वहां दिख जाएंगे, वह जाति जनगणना की मांग नहीं करेंगे.
गांधी ने कहा, “हम यह स्वीकार नहीं करेंगे कि देश की 73 फीसदी आबादी को कुछ नहीं मिलेगा. यात्रा का उद्देश्य उन्हें न्याय सुनिश्चित करना है.”
कांग्रेस के बड़े नेताओं ने किया राहुल का स्वागत
इस अवसर पर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, विधानसभा में विपक्ष के नेता चरण दास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे. यात्रा का छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर रेंगालपाली चेक पोस्ट पर कांग्रेसजनों ने जोरदार स्वागत किया. दो दिन के अवकाश के बाद यात्रा 11 फरवरी को रायगढ़ से फिर शुरू होगी. कांग्रेस का जन संपर्क कार्यक्रम 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुआ और 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगा.
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