महादेव ऐप मामले में बघेल और भाजपा आमने-सामने, मतदान से पहले शुभम के दावे से सनसनी
Chhattisgarh Mahadev Betting App Case- महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल ला दिया है. इस मामले में आरोपी शुभम सोनी के…
ADVERTISEMENT
Chhattisgarh Mahadev Betting App Case- महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल ला दिया है. इस मामले में आरोपी शुभम सोनी के वीडियो जारी होने के बाद भाजपा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस पर हमलावर हो गई है. भाजपा ने कहा है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के नए-नए तरीके ईजाद कर रही है. वहीं मुख्यमंत्री बघेल ने आरोप लगाया है कि भाजपा अब ईडी के सहारे ही चुनाव लड़ रही है और उन्हें बदनाम करने के लिए ईडी का इस्तेमाल कर रही है. बता दें कि यह आरोप ऐसे वक्त लग रहे हैं जब 7 नवंबर को प्रदेश में पहले चरण का मतदान होना है.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से वांटेड शुभम सोनी ने रविवार को दुबई से एक वीडियो बयान जारी किया. उसने कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई जाने के लिए कहा था. उसने दावा किया कि उन्होंने मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था.
आरोपी के वीडियो आते ही भाजपा ने रविवार को महादेव सट्टेबाजी ऐप को लेकर कांग्रेस पर अपना हमला तेज कर दिया और उनके पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मामले में पैसे के लेनदेन के साथ अपने कथित संबंधों को स्पष्ट करने को कहा.
ADVERTISEMENT
दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि मामले में सामने आ रहे “तथ्यों” से संकेत मिलता है कि “भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के नए तरीके ईजाद करने” में कांग्रेस का कोई मुकाबला नहीं है.
त्रिवेदी ने आरोप लगाया, “चाहे वह भ्रष्टाचार के नए तरीके ईजाद करना हो या भ्रष्टाचार के नए मानक स्थापित करना हो, कांग्रेस पार्टी आज इस बात का जीता-जागता सबूत है कि कोई भी उनकी बराबरी नहीं कर सकता. अपने ही पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए, उन्होंने अब एक नया रिकॉर्ड बनाया है.”
ADVERTISEMENT
मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि दुबई में बैठे एक व्यक्ति ने दावा किया है कि वह सट्टेबाजी ऐप का मालिक है, और उसने स्पष्ट रूप से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल और उनके सहयोगियों को पैसे देने की बात भी कही है.
ADVERTISEMENT
”जिस तरह से नए-नए खुलासे हो रहे हैं, उसे देखते हुए यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि जिस तरह से कांग्रेस भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के नए-नए तरीके ईजाद कर रही है, छत्तीसगढ़ सरकार ने शायद उसमें एक नया आयाम जोड़ दिया है। शायद यह नटवरलाल और चार्ल्स शोभराज जैसे कुख्यात अंतरराष्ट्रीय ठगों को भी पीछे छोड़ रहा है.”
‘बघेल और गांधी के पास स्पष्ट करने के अलावा कोई विकल्प नहीं’
त्रिवेदी ने आरोप लगाया, “छत्तीसगढ़ में जिस तरह से भ्रष्टाचार के नए-नए रूप सामने आ रहे हैं, उसे देखते हुए ऐसा लगता है कि भ्रष्टाचार के तो कई पिता होते हैं, लेकिन पैसा अनाथ होता है.”
बीजेपी नेता ने कहा, “भूपेश बघेल और राहुल गांधी दोनों के पास यह स्पष्ट करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है कि यह पैसा कहां से आया… कांग्रेस को इस सवाल का स्पष्ट रूप से जवाब देना चाहिए कि इस भ्रष्टाचार और खाड़ी देशों के बीच क्या संबंध है.”
अब दुबई से रिमोट से संचालित होंगे बघेल: ईरानी
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब दुबई से रिमोट कंट्रोल द्वारा संचालित किया जाएगा. रविवार को कोंडागांव विधानसभा क्षेत्र में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “मैं हैरान हूं. मुझे नहीं पता था कि सत्ता हासिल करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब दुबई के रिमोट कंट्रोल से संचालित होंगे. अब तक कहा जा रहा था कि रिमोट इटली का है, लेकिन अब पता चला है कि एक रिमोट दुबई में भी पड़ा है… फोन की घंटी बजती है, आदमी तेजी से भागता है और करोड़ों रुपये के साथ पकड़ा जाता है.”
बघेल ने पूछा- क्या यह मानहानि का मामला नहीं है?
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक्स पर पोस्ट किया, “आज कुछ समाचार चैनलों ने एक वीडियो दिखाया है जिसमें एक व्यक्ति यह दावा कर रहा है कि वह मुझसे मिला और मैंने उसे संरक्षण देने का आश्वासन दिया और उसे दुबई जाकर व्यवसाय करने का भी सुझाव दिया.”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे आश्चर्य है कि एक अनजान व्यक्ति के बयान को सभी ज़िम्मेदार टीवी चैनल किस आधार पर चला रहे हैं? सिर्फ़ इस आधार पर कि इसमें मेरा नाम है? क्या यह मानहानि का मामला नहीं है?
यह कोई रहस्य नहीं है कि ये वीडियो क्यों आया है और कैसे आया है और यह भी समझना कठिन नहीं है कि ऐन चुनाव के वक़्त ऐसा बयान भाजपा को फ़ायदा पहुंचाने के लिए ही जारी किया गया है.”
सीएम ने कहा कि यह भी हर कोई समझ रहा है कि ईडी को हथियार बनाकर ही ऐसा किया जा रहा है. दरअसल भाजपा अब ईडी के सहारे ही चुनाव लड़ रही है और मुझे बदनाम करने के लिए ईडी का इस्तेमाल कर रही है.
उन्होंने कहा, “पहली बात तो यह कि मैं इस व्यक्ति को नहीं जानता और न मैं कभी इससे उस तरह मिला हूं, जैसा कि वह दावा कर रहा है. वह किसी सभा समारोह का हिस्सा रहा हो तो मैं नहीं कह सकता. दूसरी बात यह है कि यह व्यक्ति दावा कर रहा है कि वह ‘महादेव ऐप’ का मालिक है. आश्चर्य की बात है कि यह बात महीनों से इस मामले की जांच कर रही एजेंसी ईडी को भी अभी तक पता नहीं थी और दो दिन पहले तक ईडी उसे मैनेजर बता रही थी. छत्तीसगढ़ की जनता सब जान-समझ रही है. वह भाजपा और उसकी सहयोगी ईडी को चुनाव में करारा जवाब देगी.”
शुभम सोनी का क्या है आरोप?
दुबई से एक वीडियो बयान जारी कर शुभम सोनी नाम के शख्स ने कहा कि वह ऐप का असली मालिक है. उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और बेटिंग उसका व्यवसाय था. सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा. बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था. सोनी ने दावा किया कि उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की. इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति महीने का भुगतान शुरू हुआ. उन्होंने कहा, “एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो. वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे.” उन्होंने कहा कि उन्होंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है. सोनी ने कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया. दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा. हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया. तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया. शुभम सोनी ने दावा किया, “मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की. उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए.” सोनी ने बताया कि वह अब तक 508 करोड़ रूपए मुख्यमंत्री को दे चुका है.
ईडी का क्या है दावा?
ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ की ओर से दिए गए बयान से ‘चौंकाने वाले आरोप’ सामने आए हैं. महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था. हालांकि ‘ये जांच का विषय है.’ ईडी ने दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं. जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है. ईडी की ओर से हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था.
इसे भी पढ़ें- महादेव ऐप मामला: ईडी के आरोपों पर भड़की कांग्रेस, भाजपा ने मांगा सीएम बघेल का इस्तीफा
ADVERTISEMENT