छत्तीसगढ़ में गाय पर गरमाई सियासत, भाजपा ने किया अनोखा प्रदर्शन; चंदेल ने भूपेश सरकार पर लगाए कई आरोप

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Chhattisgarh Politics- छत्तीसगढ़ में चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियों की ओर से धरना-प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया है. वहीं प्रदेश में गाय को लेकर भी सियासत तेज है. इस बीच जांजगीर-चांपा (Janjgir-Champa) जिला मुख्यालय में शुक्रवार को बीजेपी (BJP) ने सड़कों पर घूम रहे मवेशियों से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने और फसल को उनसे बचाने के लिए अनोखा प्रदर्शन किया. इस दौरान भाजपा ने प्रदेश सरकार पर कई आरोप भी लगाए हैं.

शहर के कचहरी चौक में धरना प्रदर्शन के बाद जांजगीर-चांपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने दर्जनों मवेशियों को एसडीएम कार्यालय में बांधकर प्रदर्शन किया. वहीं भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर विरोध जताया. भाजपा का आरोप है कि रोड पर आवारा घूम रहे मवेशियों की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं में कई लोगों की मौत हो रही है. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने धरना के बाद मवेशियों को ले जाकर एसडीएम कार्यालय में बांध दिए. प्रदर्शन के दौरान पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच काफी देर तक झूमा-छपटी हुई. पार्टी कार्यकर्ताओं ने एसडीएम को तीन बिंदुओं पर ज्ञापन सौंप कर विरोध जताया.

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चंदेल ने बघेल सरकार पर बोला हमला

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार गायों के नाम पर गौठानों में करोड़ों का घोटाला कर रही है. जबकि गाय रोड में बैठकर मर रही है. इससे कई दुर्घटनाएं भी घटित हो रही है. साथ ही स्थानीय नगरपालिका पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए को उन्होंने कहा कि नेताजी चौक से लेकर कचहरी चौक तक बने रोड में भारी भ्रष्टाचार हुआ है जिसकी जिम्मेदारी नगर पालिका की है. इस मामले में उन्होंने एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर जांच की मांग की.

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मांग पूरी नहीं होने पर दी ये चेतावनी

चंदेल ने कहा, “हमने जिला प्रशासन, एसडीएम को पर्याप्त समय दिया. हमने कहा था कि जितने भी लावारिस पशु हैं, गौमाताएं हैं वह सब सड़कों पर हैं. पूरे क्षेत्र में आप कहीं भी चले जाइए इन पशुओं को गौठान तक ले जाने के लिए सरकार ने कोई प्रयास नहीं किया. हम पूछते हैं कि गौठान बनाया किसलिए है, आदमी को रखने के लिए बनाया है क्या? पशुओं को रखने के लिए बनाया है न. तो गौठान विरान है और सड़कें गुलजार हैं.” उन्होंने बताया, “हमने कहा है कि आज हम एसडीएम कार्यालय तक आएंगे. लेकिन आने वाले समय में अगर यह व्यवस्था नहीं सुधरी तो आगे हम कलेक्टर कार्यालय तक बढ़ेंगे. किसानों और आम जनता को भी शामिल करेंगे.”

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