अवैध नशीली दवाओं की तस्करी के खिलाफ अमित शाह की चेतावनी, रायपुर में कहा- खत्म होगा नशे का नेटवर्क
Amit Shah in Chhattisgarh: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान नवा रायपुर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल कार्यालय का वर्चुअल उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने अवैध नशीले पदार्थों के व्यापार को लेकर चिंता जताई.
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Amit Shah in Chhattisgarh: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान नवा रायपुर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल कार्यालय का वर्चुअल उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने अवैध नशीले पदार्थों के व्यापार को लेकर चिंता जताई. रविवार को आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अवैध नशीले पदार्थों का व्यापार भारत के लिए ही चुनौती नहीं है बल्कि एक वैश्विक मुद्दा भी है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगर देश दृढ़ संकल्प और रणनीति के साथ आगे बढ़े तो इस खतरे से मुकाबला किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अवैध नशीले पदार्थों के व्यापार से उत्पन्न धन का उपयोग आतंकवाद और नक्सलवाद फैलाने और देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने जैसी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए भी किया जाता है.
अमित शाह 23 अगस्त से तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर थे. इस दौरान नया रायपुर में एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सफलता प्राप्त करने के लिए नशीली दवाओं का पता लगाने, नेटवर्क को नष्ट करने, अपराधी को पकड़ने और नशे की लत के पुनर्वास के चार सूत्रों को अपनाने की आवश्यकता है.शाह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 में जब देश की आजादी का 100वां साल मनाया जाएगा तब देश को नशामुक्त बनाने का संकल्प लिया है और धीरे-धीरे यह संकल्प 130 करोड़ आबादी का संकल्प बन गया है. शाह ने कहा, मेरा मानना है कि समृद्ध, सुरक्षित और गौरवशाली भारत बनाने के लिए नशामुक्त भारत का संकल्प बहुत महत्वपूर्ण है.
कई देश हार चुके लड़ाई- शाह
उन्होंने इस खतरे के बारे में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि अवैध नशीली दवाओं का व्यापार न केवल भारत के लिए एक चुनौती है बल्कि एक वैश्विक मुद्दा भी है. शाह ने कहा,'यह लड़ाई ऐसे मोड़ पर है कि अगर हम दृढ़ संकल्प और रणनीति के साथ आगे बढ़ें तो हम यह लड़ाई जीत सकते हैं.' उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कई देश इसके खिलाफ अपनी लड़ाई हार चुके हैं.
केंद्रीय गृहमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि भारत में नशीले पदार्थों की समस्या सिर्फ अवैध दवाओं की समस्या नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ी हुई है. उन्होंने कहा कि युवाओं को बर्बाद करने के अलावा, व्यापार के माध्यम से उत्पन्न धन का उपयोग आतंकवाद और नक्सलवाद फैलाने और देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने जैसी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए भी किया जाता है. शाह ने कहा कि जीरो-टॉलरेंस नीति के साथ देश को नशा मुक्त बनाना हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी भी है.
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छत्तीसगढ़ में नशीले पदार्थों के इस्तेमाल पर शाह ने जताई चिंता
शाह ने छत्तीसगढ़ में नशीले पदार्थों के इस्तेमाल पर भी चिंता जताई.उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में शामक औषधि के उपयोग का प्रतिशत 1.45 है जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है. केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 4.98 प्रतिशत लोग गांजे का सेवन करते हैं, जो राष्ट्रीय औसत 2.83 प्रतिशत से अधिक है और यह चिंता का विषय है. इसके आगे उन्होंने कहा, 'छत्तीसगढ़ की सीमाएं ओडिशा और आंध्र प्रदेश सहित सात राज्यों से लगती हैं, जहां से नशीली दवाओं की तस्करी की जाती है। छत्तीसगढ़ बंगाल की खाड़ी के भी करीब है और ओडिशा और आंध्र प्रदेश की तटीय कनेक्टिविटी नशीली दवाओं के व्यापार का मार्ग बनाती है.'
शाह ने कहा कि ड्रग तस्कर चलन बदल रहे हैं और प्राकृतिक दवाओं से सिंथेटिक दवाओं की ओर बढ़ रहे हैं, जो सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं.उन्होंने नशीली दवाओं के व्यापार नेटवर्क को खत्म करने के लिए 'ऊपर से नीचे' और 'नीचे से ऊपर' दृष्टिकोण के साथ वैज्ञानिक जांच पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर जोर दिया.शाह ने कहा कि अगर किसी छोटी दुकान में ड्रग्स का पैकेट मिलता है, तो हमें जांच करनी होगी कि यह कहां से आया और इसका निर्माण कहां हुआ. इस पूरे सिस्टम की पृष्ठभूमि को खत्म करने के लिए हमें वैज्ञानिक तरीके से जांच करने की आदत विकसित करनी होगी. हमें ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर का दृष्टिकोण अपनाना होगा.
हमें नशीले पदार्थों के खिलाफ लड़ना होगा- शाह
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी पुनर्वास और नशामुक्ति केंद्रों को नशीली दवाओं के खतरे के खिलाफ लड़ाई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो नशीली दवाओं का सेवन करता है वह सिस्टम का शिकार है और जो नशीली दवाओं का व्यापार करता है वह अपराधी है. उन्होंने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए हमें नशीले पदार्थों के खिलाफ लड़ना होगा.केंद्रीय मंत्री ने नशीली दवाओं का पता लगाने की रणनीति को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि ऐसे उदाहरण सामने आए हैं जिनमें ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, ड्रोन के माध्यम से डिलीवरी और टेलीहेल्थ सेवाओं का उपयोग नशीले पदार्थों के कारोबार में किया गया था.
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अमित शाह ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में, एनसीबी के प्रदर्शन में काफी सुधार हुआ है और ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई मजबूत हुई है. हम लड़ाई को तार्किक निष्कर्ष तक ले जाने में सफल रहे हैं, लेकिन अभी भी बहुत काम किया जाना बाकी है.छत्तीसगढ़ के तीन दिवसीय दौरे पर आए शाह ने नवा रायपुर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल कार्यालय का वर्चुअल उद्घाटन किया. इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के साथ-साथ विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.
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