छत्तीसगढ़:  शाह के ‘आरोप पत्र’ से पहले कांग्रेस ने लाया ‘BJP का काला चिट्ठा’, 212 बिंदुओं में लगाए ये आरोप

सुमी राजाप्पन

ADVERTISEMENT

ChhattisgarhTak
social share
google news

Chhattisgarh Elections 2023- छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और भाजपा के बीच ‘आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति’ में इन दिनों तेजी देखी जा रही है. दरअसल, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी करेंगे लेकिन इससे पहले कांग्रेस ने ‘बीजेपी का काला चिट्ठा’ जारी कर दिया है. प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 212 बिन्दुओं में केन्द्र सरकार और पूर्ववर्ती रमन सरकार को घेरा.

कुमारी सैलजा ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता में कांग्रेस को लेकर पांच साल बाद भी उत्साह बरकरार है. जबकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के नेताओं को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा. उन्हें केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से डराया जा रहा है. लेकिन कांग्रेस किसी से नहीं डरती, न ही उनके नेता डरते हैं, और न ही राज्य की जनता डरती है. सैलजा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 15 साल भाजपा का कुशासन रहा है. केंद्र सरकार के काले कारनामे जनता को जानना जरूरी है.

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा झूठ की राजनीति को बढ़ावा देती है. छत्तीसगढ़ आकर केंद्रीय मंत्री गलत बयानबाजी करते हैं. भाजपा का देश में असली चरित्र आदिवासी और दलित विरोधी है. भाजपा के खिलाफ 212 बिंदू काला चिट्ठा है.

ADVERTISEMENT

सैलजा ने कहा, “महंगाई आज चरम पर है. भाजपा और केंद्र सरकार के माथे पर कलंक लगा हुआ है. महंगाई से हर वर्ग परेशान है. चुनाव आ गया है तो गैस सिलेंडर की याद आ गई. चुनाव आ गया तो महंगाई याद आ गई. चुनाव आया तो जनता याद आ गई. मोदी सरकार नहीं जुमलों की सरकार है. आज की सच्चाई लोग भरपेट खाना भी नहीं खा पा रहे हैं. सबसे बड़ा घोटाला अडानी घोटाला है.”

कुमारी सैलजा ने कहा कि अगर वे सोचते हैं कि मात्र 200 रुपये की सब्सिडी देकर वे लोगों को खुश कर सकते हैं और उन्हें मंदी के बारे में समझा सकते हैं. यह अविश्वसनीय है. उन्होंने कहा, “डीजल, पेट्रोल और राशन के दाम आसमान छू रहे हैं. देश पर बहुत ज्यादा कर्ज है. पीएम मोदी के नेतृत्व में हम पर 155 लाख करोड़ का कर्ज है.”

ADVERTISEMENT

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में 23 करोड़ लोगों को मध्यम वर्ग की श्रेणी से गरीबी रेखा के नीचे धकेल दिया गया. वहीं भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में 40 लाख लोगों को बीपीएल रेखा से बाहर निकाला गया.

ADVERTISEMENT

वहीं कुमारी सैलजा वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर भी बयान दिया है. उन्होंने कहा, “एक देश एक चुनाव सोच ही काली है. लोकतंत्र पर सबसे बड़ा धब्बा. एक बार तस्वीर साफ हो जाए तो हम आधिकारिक तौर पर इस पर टिप्पणी करेंगे.”

केंद्र से पूछे ये सवाल

-सैलजा ने कहा कि कोल इंडिया लिमिटेड सहित नवरत्न कंपनियों की कई कोयला खदानें अडानी समूह को दे दी गईं. क्या मोदी सरकार दबाव में थी?

उन्होंने कहा कि 2 दिसंबर 2022, छत्तीसगढ़ विधानसभा में 75% आरक्षण सर्वसम्मति से पारित किया गया था, लेकिन इसने कभी भी दिन का उजाला नहीं देखा.

– उन्होंने कहा कि 24 ट्रेनों को निलंबित कर दिया गया है. मालगाड़ियों की वजह से यात्री ट्रेनों को नुकसान हो रहा है. मालगाड़ियों के आवागमन को सुगमता से प्रवेश दिया जाता है. पिछले तीन वर्षों में अकेले छत्तीसगढ़ में 64000 ट्रेनें निलंबित की गई हैं.

– दीपक बैज ने कहा कि बीजेपी शासन में आदिवासी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. नान घोटाला और चिटफंड घोटाले प्रदेश की पहचान बन गए हैं. बीजेपी गरीब विरोधी है.

लगाए घोटालों के आरोप

कांग्रेस ने पूर्ववर्ती रमन सरकार पर कम से कम 34 घोटालों के आरोप लगाए हैं. पार्टी ने सवाल उठाया है कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में हुए इन घोटालों की जांच ईडी क्यों नहीं कर रही है? कांग्रेस के मुताबिक पनामा घोटाला, गर्भाशय कांड, नसबंदी कांड, फर्नीचर घोटाला, शराब घोटाला, बीज घोटाला, जलकी घोटाला, मोबाइल खरीदी घोटाला, इंदिरा प्रियदर्शिनी घोटाला, चिटफंड घोटाला पूर्ववर्ती रमन सरकार के कार्यकाल में हुए हैं.

इसे भी पढ़ें- बघेल का BJP पर आरोप- रमन के कार्यकाल में हुआ सबसे ज्यादा धर्मांतरण; राम और गाय लेकर कही ये बात

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT