छत्तीसगढ़ विधानसभा: भूपेश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा, विपक्ष ने लगाए 109 आरोप, कांग्रेस ने बताया झूठ का पुलिंदा
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्तारुढ़ कांग्रेस को हर मोर्चे पर घेरने की कवायद में जुटी है.…
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छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्तारुढ़ कांग्रेस को हर मोर्चे पर घेरने की कवायद में जुटी है. विधानसभा के चारदिवसीय मानसून सत्र में पार्टी इस रणनीति पर काम करती नजर आई. लिहाजा भाजपा ने विधानसभा में भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव तक पेश कर दिया. इस प्रस्ताव पर शुक्रवार को चर्चा हो रही है. इस दौरान विपक्ष ने सरकार पर युवाओं और संविदा कर्मचारियों को धोखा देने समेत 109 आरोप लगाए हैं.
सत्र के आखिरी दिन भाजपा की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत हुई. इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने कांग्रेस पर कई मोर्चों पर नाकाम होने और युवाओं एवं संविदा कर्मचारियों को धोखा देने जैसे आरोप लगाए. नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने सदन में आरोप पत्र पेश किया.
बहस की शुरुआत करते हुए पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव इसलिए लाया गया है क्योंकि यह सरकार ‘बहरी’ और ‘गूंगी’ हो गई है, साथ ही लोकतंत्र की ‘हत्यारी’ बन गई है. उन्होंने कहा कि युवाओं पर भूपेश बघेल सरकार द्वारा किए गए अत्याचार अंग्रेजों द्वारा किए गए अत्याचारों से कहीं ज्यादा हैं.
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पिछले दिनों एससी-एसटी वर्ग के युवकों द्वारा फर्जी जाति प्रमाण पत्र का इस्तेमाल कर सरकारी नौकरी करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर किए गए ‘नग्न’ विरोध प्रदर्शन की चर्चा करते हुए भाजपा विधायक ने कहा कि इस सरकार में युवाओं को अपने कपड़े उतारने पड़ते हैं.
अग्रवाल ने कांग्रेस के संगठन और मंत्रिमंडल में हुए फेरबदल पर तंज कसते हुए कहा, ‘मुख्यमंत्री को न अपने कैबिनेट सहयोगियों पर और न ही अपने पार्टी प्रमुख पर भरोसा है. वहीं मंत्रियों को मुख्यमंत्री पर कोई भरोसा नहीं है.’
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार राज्य का विकास नहीं कर सकती बल्कि आत्म कल्याण में लगी हुई है.
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अग्रवाल ने कथित शराब घोटाले सहित भ्रष्टाचार को लेकर भी कांग्रेस सरकार को घेरा.
अग्रवाल के भाषण के दौरान मंत्रियों और सत्ता पक्ष के विधायकों में नोंकझोक भी हुई. उनके आरोपों पर कई मंत्रियों ने प्रतिक्रिया भी दी.
संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने अविश्वास प्रस्ताव को खोखला और असत्य का पुलिंदा करार दिया. उन्होंने कहा कि विपक्ष की ओर से इस सदन में निर्वस्त्र महिला की फ़ोटो दिखाई जाती है. मगर जब मणिपुर की घटना का ज़िक्र होता है, तो उस पर कोई चर्चा नहीं होती.
उनके आरोप पर भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि इसी राज्य में जून 2022 में कोंडागांव के उरेंदाबेड़ा गांव में ऐसी घटना घटित हुई थी. एक युवती और एक युवा को निर्वस्त्र कर सरेराह घुमाया गया था. छत्तीसगढ़ का नाम लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने क्या ग़लत कहा.
संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि झलियामारी में क्या हुआ था, ये हमने देखा है. मगर आज भूपेश हैं तो भरोसा है, और भाजपा है तो धोखा है. उन्होने आगे कहा, “मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद देता हूँ कि सरकार में आने के बाद से उन्होंने छत्तीसगढ़ी संस्कृति को सम्मान दिलाया. खूबचंद बघेल, सुंदरलाल शर्मा के सपने सरकार हो रहे हैं. अभी 71 की सरकार है, आने वाले चुनाव में 75 की सरकार होगी.”
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, “मैं 35 साल सदन में रहा हूं, लेकिन इतना खोखला अविश्वास प्रस्ताव मैंने आज तक नहीं देखा. ये पूरे आरोप असत्य का पुलिंदा है.”
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