सुकमा रेप केस: महिला चपरासी का पति निकला बच्ची से दुष्कर्म का आरोपी, पुलिस ने किया गिरफ्तार

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छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के एर्राबोर में छह साल की आदिवासी छात्रा के साथ दुष्कर्म के आरोपी को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. आदिवासी छात्रा के साथ दुष्कर्म का आरोपी स्कूल की महिला चपरासी का पति निकला. वहीं इस मामले में कन्या आवासीय पोटाकेबिन की अधीक्षिका के खिलाफ भी पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. दूसरी ओर मुख्य विपक्षी दल भाजपा लगातार भूपेश सरकार पर मामले की लीपापोती करने का आरोप लगा रही है. मामले में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने पांच सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है जिसने सुकमा के एरार्बोर पोटकेबिन जाकर जांच की मगर इस जांच टीम को पीड़ित परिवार से मिलने नही दिया गया. भाजपा कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा के इस्तीफे की मांग कर रही है.

सुकमा के एसपी किरण चौहान ने बताया कि जांच दल ने करीब 50 से ज्यादा व्यक्तियों से पुछताछ करके और इतने ही मोबाईल, टॉवर डम्प के विश्लेषण एवं घटना स्थल, घटना की परिस्थियों का विश्लेषण कर आरोपी माड़वी हिड़मा उर्फ राजू को गिरफ्तार किया गया. चौहान ने बताया कि आरोपी की उम्र लगभग 35 वर्ष है और वह एर्राबोर का ही रहने वाला है. उसके विरूद्ध पर्याप्त साक्ष्य पाये जाने पर और पीड़िता की ओर से पहचान सुनिश्चित किये जाने के बाद आरोपी को विधिवत् गिरफ्तार किया गया.

अधीक्षिका भी गिरफ्तार

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एसपी चौहान ने बताया कि इसी प्रकरण में महिला आश्रम की अधीक्षिका को भी गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया, “जांच के दौरान यह तथ्य सिद्ध होना पाए जाने पर कि आश्रम की अधीक्षिका हिना उम्र 36 वर्ष हाल मुकाम पोटाकेबिन एर्राबोर के द्वारा उक्त अपराधिक घटना की जानकारी अपने वरिष्ठ कार्यालय एवं पुलिस को उचित समय पर नही दिया गया जिस पर प्रकरण में धारा 376 (च) भादवि. व धारा 21 पाक्सो एक्ट जोड़ कर आरोपी माहिला आश्रम अधीक्षिका को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है.“

22 जुलाई को हुई थी घटना

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पुलिस के मुताबिक, दिनांक 22 जुलाई को थाना एर्राबोर क्षेत्र के अंतर्गत कन्या आवासीय विद्यालय पोटाकेबिन में अध्ययनरत् बालिका के साथ किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा दुष्कृत्य किये जाने की सूचना पर दिनांक 24.07. 2023 को थाना एर्राबोर के द्वारा अपराध क्रमांक 09/2023 धारा 456, 363, 376 (क) (ख), 324 भादवि. 4, 5 (ड), 6 पाक्सो एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया. सुकमा पुलिस ने बताया कि प्रकरण की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा के द्वारा तत्काल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोण्टा के नेतृत्व में 08 सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया.

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भाजपा ने मांगा लखमा का इस्तीफा

दुष्कर्म मामले में भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता भूपेश सरकार में कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. वहीं इस मामले में गठित पांच सदस्यीय जांच टीम बुधवार देर शाम जगदलपुर पहुंची. पोटाकेबिन में हुई घटना को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव ने 5 सदस्यी जांच टीम का गठन किया है, जिसने सुकमा के एरार्बोर पोटकेबिन जाकर जांच की मगर भाजपा की जांच टीम को पीडित परिवार से मिलने नही दिया गया. टीम का आरोप है कि महिला पुलिस बल लगाकर जांच दल को रोका गया.भाजपा कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए जांच दल के सदस्यों ने बताया कि पोटकेबिन में बच्चियों को ठूस-ठूस कर रखा गया हैं ना वहां सुरक्षा के कोई इंतेज़ाम हैं और ना ही परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. बच्चियों की सुरक्षा करने वाला कोई नही हैं. जांच टीम ने कहा कि मंत्री कवासी लखमा के क्षेत्र में आदिवासी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया जाता हैं और मंत्री खामोश हैं.घटना से यह साफ हो गया कि पोटाकेबिन में जो बच्चियां रह रही हैं वह बिल्कुल सुरक्षित नही हैं. ऐसे में अब पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए भाजपा पीछे नही हटेगी.जांच दल के सदस्यों ने ऐसी घटना करने वालो के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग भी की हैं. जांच दल में पूर्व मंत्री लता उसेंडी,रंजना साहू,ओजस्वी मंडावी,सावित्री राजपूत और सुधीर पांडेय शामिल थे. जांच टीम अपनी रिपोर्ट प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को सौंपेगी.

(सुकमा से धर्मेंद्र सिंह और जगदलपुर से धर्मेंद्र महापात्र की रिपोर्ट)

 

 

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