पखांजूर हत्याकांड ग्राउंड रिपोर्ट: बीजेपी नेता की हत्या के बाद आगजनी, तोड़फोड़… लेकिन पुलिस के हाथ अब भी खाली?

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Pakhanjur murder case: कांकेर जिले के पखांजूर में रविवार की रात भाजपा (BJP) के जिला उपाध्यक्ष और पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष असीम राय (Asim Rai) को अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या का कर दी. घटना के बाद इलाके में माहौल बेहद तनावपूर्ण है. छत्तीसगढ़ Tak ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया.

असीम राय को सरेराह बाइक सवार दो युवकों ने पीछे से गोली मार कर उनकी हत्या कर दी. असीम राय की हत्या के बाद से बीजेपी कार्यकर्ता बेहद आक्रोशित हैं. घटना के बाद देर रात में ही असीम राय के समर्थको ने नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गांगुली और पार्षद विकास पाल के घर और दुकान में जमकर तोड़फोड़ की. विकास पाल के लॉज के बाहर खड़ी 5 कारो में भी तोड़फोड़ की गई. साथ ही बाहर रखे सामानों में आगजनी भी की गई.

सोमवार सुबह से बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता पखांजूर में जमा हो गए थे जिन्होंने जगह-जगह चक्काजाम किया. पखांजूर नगर और आस-जपास के इलाके पूरी तरह बंद थे. मामले की गम्भीरता को देखते हुए बस्तर आईजी पी सुंदरराज और कांकेर एसपी दिव्यांग पटेल भी पखांजूर में ही मौजूद हैं. भारी संख्या में पुलिस बल की यहां तैनाती की गई है. वहीं पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी लिया है.

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पुलिस के हाथ लगा सुराग, या हाथ खाली?

पुलिस का दावा है कि कुछ अहम सुराग उनके हाथ लगे हैं. बता दें कि असीम राय रविवार की रात परिवहन संघ के कार्यालय से निकलकर अपने साथियों से मिलने जा रहे थे तभी दो बाइक सवार युवकों ने उन्हे बस स्टैंड के सामने गोली मार दी. असीम राय साल 2014 से साल 2019 तक पखांजूर नगर पंचायत अध्यक्ष रह चूके हैं. वे वर्तमान में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष थे और विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें भाजपा ने अंतागढ़ विधानसभा का चुनाव संचालक भी बनाया था.

एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है. पुलिस के हाथ कुछ अहम सुराग भी लगे हैं, वहीं कुछ लोगों से पूछताछ भी की जा रही है.

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लेकिन जिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्धों की तलाश कर रही थी पुलिस वो फुटेज गलत निकली. जानकारी के अनुसार, पुलिस जिन्हें संदिग्ध मान रही थी वो बैंक के कर्मचारी निकले. असीम राय पर 10 साल पहले गोली चलाने वाले दो लोगों को भी हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है. ऐसे में खबर लिखे जाने तक घटना के 36 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ फिलहाल खाली हैं.

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मंत्री केदार और पवन साय अंतिम संस्कार में हुए शामिल

असीम राय के अंतिम संस्कार में वन मंत्री केदार कश्यप और भाजपा के दिग्गज नेता पवन साय भी शामिल होने पहुंचे थे. इस दौरान केदार कश्यप ने कहा कि भाजपा ने अपना निष्ठावान कार्यकर्ता खोया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और जो भी दोषी होगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा.

2014 में भी असीम राय पर चली थी गोली

असीम राय पर साल 2014 में भी नगर पंचायत चुनाव के पहले हमला हुआ था. इस दोरान उनके कंधे पर गोली लगी थी. मामले की जांच के दौरान कुछ आरोपी गिरफ्तार भी हुए थे मामला आपसी रंजिश का था.

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पखांजूर नगर पंचायत में आया था अविश्वास प्रस्ताव

हाल ही में पखांजूर नगर पंचायत में भाजपा पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था जिसको लेकर 9 जनवरी को मतदान होना था. उसके ठीक दो दिन पहले भाजपा नेता की हत्या ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. वर्तमान में पखांजूर नगर पंचायत में कांग्रेस का कब्जा है. यहां भाजपा के पार्षद के क्रॉस वोटिंग के कारण कांग्रेस का कब्जा हुआ था. क्रॉस वोटिंग का आरोप विकास पाल पर ही लगा था जिसकी  दुकान में हत्याकांड के बाद तोड़फोड़ की गई.

(कांकेर से गौरव श्रीवास्तव की रिपोर्ट)

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