छत्तीसगढ़ चुनाव: बघेल ने दिया भाजपा को जवाब या घबरा गई है कांग्रेस? नए ऐलान पर सियासत तेज

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Chhattisgarh Elections2023- छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले कांग्रेस (Congress) की नई घोषणा से प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज है. नए ऐलान में सरकार बनने पर महिलाओं को 15,000 रुपये की वार्षिक वित्तीय सहायता देने की बात कही गई है. कांग्रेस ने अपने इस वादे को महिला सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण निर्णय करार दिया. जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इसे घबराहट और डर में लिया फैसला बताया.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने रविवार को कहा कि अगर कांग्रेस छत्तीसगढ़ में सत्ता बरकरार रखती है तो राज्य में महिलाओं को 15,000 रुपये की वार्षिक वित्तीय सहायता दी जाएगी.

बघेल ने रायपुर में संवाददाताओं से कहा, “आज दिवाली के शुभ अवसर पर मां लक्ष्मी जी और छत्तीसगढ़ महतारी के आशीर्वाद से महिला सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है.”

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उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में फिर से कांग्रेस सरकार बनने के बाद राज्य की महिलाओं को ‘छत्तीसगढ़ गृह लक्ष्मी योजना’ के तहत 15,000 रुपये की वार्षिक सहायता सीधे उनके बैंक खातों में प्रदान की जाएगी.

 

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भाजपा को दिया जवाब?

17 नवंबर को होने वाले छत्तीसगढ़ चुनाव के दूसरे चरण से पहले की गई इस घोषणा को विपक्षी भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में विवाहित महिलाओं को प्रति वर्ष 12,000 रुपये देने के वादे के जवाब के रूप में देखा जा रहा है. भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में ऐलान किया है कि अगर राज्य में उनकी सरकार बनती है तो उनकी सरकार ‘महतारी वंदन योजना’ भी शुरू करेगी, जिसके तहत विवाहित महिलाओं को प्रति वर्ष 12,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी. ऐसे में कांग्रेस ने इससे 3,000 रूपए अधिक देने का ऐलान करके महिलाओं को साधने की कोशिश की है.

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कांग्रेस को हार का डर?

कांग्रेस के इस नए ऐलान को भाजपा हार का डर बता रही है. पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने एक्स पर पोस्ट किया, हार सामने देखकर चार पन्नों के घोषणापत्र के बाद की गई घोषणा की वजह सिर्फ़ “डर” होता है दाऊ भूपेश बघेल जी. पिछली बार इन्हीं माताओं-बहनों से ₹500 देने का वादा किया था उसका क्या हुआ? महिलाओं से शराबबंदी का वादा किया था उसका क्या हुआ? अब तो समझिए कि चुनावी साल में भत्ता देने वालों पर भरोसा नहीं किया जाता है.” उन्होंने आगे कहा, “अब आपकी यह घोषणा भी फुस्सी बम से ज़्यादा कुछ नहीं है, नारीशक्ति यह जानती हैं कि आपकी यह खोखली घोषणा सिर्फ सत्ता पाने का लालच है और दीपावली पर लबारी नहीं शुभकामनाएं देते हैं दाऊ जी.”

 

महिलाओं पर फोकस

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में इस बार महिला मतदाता गेमचेंजर साबित हो सकती हैं. राज्य में महिला मतदाताओं की संख्या पुरूषों के मुकाबले ज्यादा है.राज्य में 1.02 करोड़ महिला मतदाता हैं. जबकि पुरूषों का तादाद1.01 करोड़ है.यही वजह है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दल अपने चुनावी वादे में महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया है. बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में महिलाओं के लिए दो बड़े ऐलान किए हैं. पहला ‘महतारी वन्दन योजना’ है. इसके तहत प्रत्येक विवाहित महिला को 12 हजार रुपये की वार्षिक वित्तीय सहायता दी जाएगी. इसके अलावा रानी दुर्गावती योजना के तहत बीपीएल वर्ग की बालिकाओं के जन्म पर 1 लाख का आश्वासन प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा. कांग्रेस की बात करें तो सत्तारूढ़ दल ने सरकार बनते ही महिला स्व-सहायता समूहों और महिलाओं की ओर सक्षम योजना के अंतर्गत लिए गए कर्ज माफ किए जाएंगे. वहीं अब पार्टी ने ‘छत्तीसगढ़ गृह लक्ष्मी योजना’ का ऐलान कर चुनावी बाजी को अपने पक्ष में बनाए रखने की कोशिश की है.  राज्य की कुल 90 विधानसभा सीटों में से 20 पर पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को हुआ था. शेष 70 सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होगा.

 

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