Rahul Gandhi in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में राहुल ने दिखाई ‘लाल किताब’, फिर क्या बोले?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी छत्तीसगढ़ की चुनावी रैली में अलग अंदाज में दिखे. सोमवार को बिलासपुर के सकरी में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने लोगों को संविधान की किताब दिखाई.
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Rahul Gandhi in Chhattisgarh: कांग्रेस नेता राहुल गांधी छत्तीसगढ़ की चुनावी रैली में अलग अंदाज में दिखे. सोमवार को बिलासपुर के सकरी में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने लोगों को संविधान की किताब दिखाई. इस दौरान उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई भी ताकत हिंदुस्तान के संविधान को खत्म नहीं कर सकती. गांधी ने कहा, “हम संविधान की रक्षा करते रहेंगे लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ते रहेंगे.”
कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार देवेंद्र यादव के पक्ष में प्रचार में करते हुए राहुल गांधी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “नरेंद्र मोदी पहले '400 पार' का नारा दे रहे थे और अब 150 पार भी नहीं बोल रहे. क्योंकि.. जनता समझ गई है कि BJP के लोग 400 पार के नारे की आड़ में संविधान और गरीबों के अधिकार छीनना चाहते हैं.”
‘जल-जंगल-जमीन गायब हो जाएंगे’
गांधी ने कहा कि देश में आरक्षण, वोट, अधिकार.. ये सभी संविधान की देन हैं. अगर संविधान नहीं रहा तो आदिवासी साथियों के हाथ से जल-जंगल-जमीन गायब हो जाएंगे. हम जिन्हें 'आदिवासी' कहते हैं, BJP के लोग उन्हें 'वनवासी' कहते हैं. हमारे लिए आदिवासी का मतलब- जो देश के सबसे पहले मालिक हैं.
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‘जल-जंगल-जमीन गायब हो जाएंगे...’
राहुल गांधी ने आगे कहा कि लेकिन BJP के लोग आपको 'वनवासी' कहते हैं, क्योंकि वे चाहते हैं आपको जल-जंगल-जमीन न मिले. आरक्षण एक सोच है. इसका मतलब है हिंदुस्तान के पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों को उनकी भागीदारी मिलनी चाहिए.
लेकिन.. - जब ये सरकारी चीजों को प्राइवेट करते हैं, आरक्षण को खत्म करते हैं
- अग्निवीर जैसी स्कीम लाते हैं, आरक्षण को खत्म करते हैं. पब्लिक सेक्टर में दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को जगह मिलती थी, लेकिन जैसे ही उसे प्राइवेट किया जाता है, इनको जगह नहीं मिलती. वे कह दें कि..
- PSUs का निजीकरण नहीं किया जाएगा
- ठेकेदारी प्रथा बंद की जाएगी
- किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा
गांधी ने दावा किया कि BJP के लोग ऐसा नहीं कह सकते, क्योंकि इनकी विचारधारा गांधी, नेहरू और अंबेडकर जी की नहीं है. इनकी विचारधारा चंद उद्योगपतियों को देश के धन, जल-जंगल-जमीन सौंप देने की है.
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