CG PSC Scam Case: मामले ने पकड़ा तूल, अब नई याचिका लगाने की तैयारी में पूर्व गृहमंत्री

मनीष शरण

ADVERTISEMENT

ChhattisgarhTak
social share
google news

CG PSC scam case- छत्तीसगढ़ में लोक सेवा आयोग (पीएससी) परीक्षा और पोस्टिंग को लेकर विपक्षी भाजपा की ओर से लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं. वहीं छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने भी पीएससी में हुई कथित गड़बड़ी के मामले को लेकर बेहद सख्त रवैया अपनाया है. इस बीच पूर्व गृह मंत्री और भाजपा नेता ननकी राम कंवर 2022 में हुई पीएससी परीक्षा को लेकर एक नई याचिका हाईकोर्ट में दाखिल कर सकते हैं. इससे पहले भी भाजपा नेता ने अपनी याचिका में अधिकारियों और नेताओं के रिश्तेदारों के चयन जाने को लेकर आरोप लगाए हैं.

प्रदेश में पीएससी परीक्षाओं को लेकर भाजपा लगातार गड़बड़ी और भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाती रही है. इसके खिलाफ पार्टी ने सड़कों पर उतरकर भी प्रदर्शन किया था. इस बीच भाजपा नेता ननकी राम कंवर ने इस विषय को लेकर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में याचिका लगाई जिसमें 18 अभ्यर्थियों के नाम विशेष रूप से उल्लेखित किए गए थे, जिनके चयन को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. याचिका में दावा किया गया है कि इन अभ्यर्थियों का राजनेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों के परिवार से सीधा संबंध है और उन्हें बड़े पद दिए गए हैं. हालांकि छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में मामले में सुनवाई के दौरान इनमें से तीन नाम को हटाने की अपील की गई. जबकि इसके अलावा दो अन्य ऐसे भी नाम है जिनकी पहले ही पोस्टिंग हो चुकी है. इसे लेकर हाईकोर्ट ने टिप्पणी करते हुए याचिकाकर्ता के वकील और दूसरे पक्षकारों के वकीलों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए.

 

ADVERTISEMENT

ननकी राम कंवर ने क्या कहा?

भाजपा नेता और याचिकाकर्ता ननकी राम कंवर ने छत्तीसगढ़ Tak से टेलिफोनिक बातचीत के दौरान कहा कि वह साल 2022 में हुई पीएसी परीक्षा और उसमें पूछे गए सवालों में गड़बड़ी के मामले को लेकर जल्द ही एक नई याचिका भी लगा सकते हैं. जबकि वर्तमान में लगाई गई याचिका को लेकर केवल यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि कोर्ट में इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से लिया है और जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि फिलहाल पुरानी लगाई गई याचिका की वस्तु स्थिति को लेकर स्पष्ट नहीं है. इस मामले में उनके वकील ज्यादा जानकारी दे सकते हैं. हालांकि बाद में उनके वकील से संपर्क करने पर उन्होंने इस विषय पर बात करने से मना कर दिया.

 

ADVERTISEMENT

साल 2022 की PSC परीक्षा में क्यों लग रहे हैं गड़बड़ी के आरोप?

भारतीय जनता पार्टी पीएससी परीक्षा में कथित गड़बड़ी को लेकर अब कोर्ट में भी पूरी मुस्तैदी से इस विषय को लेकर कानूनी लड़ाई लड़ने को तैयार है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक ननकी राम कंवर को पूरा यकीन है कि छत्तीसगढ़ में हुए लोक सेवा आयोग की सभी परीक्षाओं में और ऐसे में परीक्षा परिणाम की जांच उच्च जांच एजेंसियों से कराई जानी चाहिए. कंवर छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षा और उनके परिणामों को लेकर शुरुआत से ही सवाल उठाते रहे हैं.  साल 2022 की पीएससी परीक्षा में गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता ननकी राम कंवर ने एक अभ्यर्थी शिव साहू का नंबर उपलब्ध कराया. उन्होंने बताया कि साल 2022 की पीएससी परीक्षा में पूछे गए सवालों के पैटर्न और उनके संभावित जवाब में गड़बड़ियां थीं. इस विषय को लेकर उन्होंने विरोध दर्ज करना चाहा था लेकिन तब उनकी किसी ने नहीं सुनी थी. ऐसे में अब इस मामले को लेकर अब भाजपा नेता और पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर कोर्ट में एक नई याचिका लगा सकते हैं.

ADVERTISEMENT

 

पीएससी परीक्षा 2020 से जुड़े मामले में क्या हैं आरोप?

भाजपा नेता ननकी राम कंवर ने अपने वकील संजय अग्रवाल के माध्यम से छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में पीएससी परीक्षा 2020 को लेकर याचिका लगाई थी. इस पर 19 सितंबर 2023 और 20 सितंबर 2023 को सुनवाई हुई. सुनवाई में पीएससी 2020 परीक्षा के रिजल्ट में चुने गए अभ्यर्थियों के नाम को लेकर सवाल खड़े किए गए. इस याचिका में इन चुने गए अभ्यर्थियों के पीएससी चेयरमैन, बड़े राजनेताओं और उच्च अधिकारियों से रिश्तेदारी और संबंध आरोप लगाया गया है. याचिकाकर्ता के वकील ने पूर्व में इनमें से 18 नाम की सूची छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में पेश की थी. बाद में इनमें से तीन नाम हटाने की अपील की गई. चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की डबल बेंच में सुनवाई करते हुए पक्षकारों की बातें सुनी गई और सभी को  5 अक्टूबर 2023 को पेश होने के लिए कहा गया है.

इसे भी पढ़ें- CGPSC परीक्षा में धांधली का आरोप, भाजपा ने की CBI जांच की मांग

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT