छत्तीसगढ़: दो दिवसीय दौरे पर राष्ट्रपति मुर्मू, रायपुर हवाई अड्डे पर दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर; जानें पूरा कार्यक्रम
President Droupadi Murmu Chhattisgarh Visit- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय दौरे पर रायपुर पहुंचीं, इस दौरान वह दो मंदिरों का दौरा…
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President Droupadi Murmu Chhattisgarh Visit- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय दौरे पर रायपुर पहुंचीं, इस दौरान वह दो मंदिरों का दौरा करेंगी और बिलासपुर में गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भी शामिल होंगी.
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि मुर्मू सुबह 11 बजे एक विशेष विमान से राज्य की राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे पर पहुंचीं, जहां राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया.उन्होंने बताया कि उनके साथ उनकी बेटी इतिश्री मुर्मू भी थीं. अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति को हवाईअड्डे पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
Governor of Chhattisgarh Shri Biswabhusan Harichandan and Chief Minister Shri Bhupesh Baghel received President Droupadi Murmu on her arrival at Raipur. The President was accorded a guard of honour on her first visit to Chhattisgarh. pic.twitter.com/UTqnllx3Be
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 31, 2023
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राष्ट्रपति बनने के बाद पहली छत्तीसगढ़ यात्रा
पिछले साल जुलाई में राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी छत्तीसगढ़ की पहली यात्रा है. हवाई अड्डे से राष्ट्रपति आरती पूजा में शामिल होने के लिए रायपुर के भगवान जगन्नाथ मंदिर के लिए रवाना हुईं. जिसके बाद में, वह रायपुर में ब्रह्मा कुमारी केंद्र में ‘सकारात्मक परिवर्तन का वर्ष’ (सकारात्मक परिवर्तन का वर्ष) कार्यक्रम का उद्घाटन करने पहुंचीं.
रतनपुर में करेंगी महामाया का दर्शन
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, दोपहर में वह गुरु घासीदास संग्रहालय का दौरा करेंगी. राष्ट्रपति बाद में राजभवन (गवर्नर हाउस) जाएंगी और रात में वहीं रुकेंगी. शुक्रवार को वह बिलासपुर जिले के रतनपुर कस्बे में महामाया मंदिर जाएंगी. बाद में वह बिलासपुर में गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी. बिलासपुर से लौटने के बाद, वह रायपुर के राजभवन में विशेष रूप से कमजोर आदिवासी समूहों (पीवीटीजी) से संबंधित प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगी.
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