Arang Mob Lynching: SIT को मिली पहली कामयाबी, प्रेमिका के घर से आरोपी गिरफ्तार
इस महीने की 7जून को हुई कथित मॉब लिंचिंग में तीन लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद मुस्लिम समाज ने रायपुर में घटना के दोषियों को पकड़ने को लेकर प्रर्दशन किया था. अब मामले में SIT ने पहली गिरफ्तारी की है.
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Arang Mob Lynching: इस महीने की 7जून को हुई कथित मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) में तीन लोगों की मौत हो गई. तीनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे. जिसके बाद बीते दिन मुस्लिम समाज ने रायपुर में घटना के दोषियों को पकड़ने को लेकर प्रर्दशन किया था. अब मामले में SIT ने पहली गिरफ्तारी की है.
उत्तर प्रदेश के रहने वाले तीनों पीड़ित 7 जून को आरंग इलाके में महानदी पर बने पुल के नीचे मिले थे. भैंसों से भरा उनका ट्रक पुल पर मिला था. आरंग पुलिस ने इसके बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), 307 (हत्या का प्रयास) और 34 (साझा इरादा) के तहत एफआईआर दर्ज की थी.
शिकायतकर्ता शोहेब खान ने दावा किया था कि चांद ने उसे फोन पर बताया कि जब तीनों पड़ोसी महासमुंद जिले से आरंग की ओर मवेशियों से भरे ट्रक में जा रहे थे, तो मोटरसाइकिल और अन्य वाहनों पर सवार कुछ लोगों ने उनका पीछा किया. ट्रक का टायर फटने के बाद, पीड़ितों का पीछा कर रहे लोगों ने उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट शुरू कर दी. एफआईआर में कहा गया है कि चांद ने शोहेब को बताया कि उसे और उसके दो अन्य साथियों को चोटें आई हैं और वे चलने की स्थिति में नहीं हैं.
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12 सदस्यों की SIT टीम का हुआ था गठन
मामले की गंभीरता को देखते हुए 12 सदस्यों की एक एसआईटी गठित की गई थी. लेकिन घटना के 14 दिन से अधिक बीत जाने के बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाने पर नराज मुस्लिम समाज ने 21 जून को प्रर्दशन किया. आंदोलन के दौरान मुस्लिम नेताओं ने जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी.
प्रेमिका के साथ रह रहा था आरोपी
बता दें कि अब एसआईटी टीम को अपनी पहली सफलता मिल गई है. रायपुर के बैजनाथपारा निवासी हर्ष मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार किया. आरोपी हर्ष घटना के बाद प्रेमिका के साथ दुर्ग के बोरसी इलाके में छिपकर रह रहा था. पहली गिरफ्तारी के बाद पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है.
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