छत्तीसगढ़ में हड़ताल का दौर, आज सरकारी ड्राइवरों का काम बंद आंदोलन
छत्तीसगढ़ में विधानसभा का चुनाव करीब आते ही शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों की हड़ताल का सिलसिला शुरू हो गया है. प्रदेश भर में संविदा पर कार्य कर…
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छत्तीसगढ़ में विधानसभा का चुनाव करीब आते ही शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों की हड़ताल का सिलसिला शुरू हो गया है. प्रदेश भर में संविदा पर कार्य कर रहे कर्मचारियों की हड़ताल अभी खत्म भी नहीं हुई है कि शासकीय वाहन चालक शुक्रवार को एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर चले गए.
छत्तीसगढ़ में इस वर्ष के अंत में विधानसभा का चुनाव होना है. चुनाव के मद्देनजर प्रदेश के शासकीय अधिकारी-कर्मचारी अपनी लंबित मांगों को लेकर आंदोलन करने लगे हैं. पिछले महीनों में शासकीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ता और आवास भत्ता संविदा कर्मियों का 27% वेतन वृद्धि सहित पटवारियों की मांगे आंशिक रूप से पूरी की गई है. वर्तमान मैं प्रदेश के संविदा कर्मी नियमित किए जाने की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं, जिन पर एस्मा लागू कर 3 दिनों के भीतर काम पर लौटने का आदेश जारी किया गया है. इस बीच छत्तीसगढ़ शासकीय वाहन चालक महासंघ ने भी हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी. शुक्रवार को प्रदेश के मंत्रियों, निगम मण्डल में पदाधिकारी नेताओं और शासकीय अफसरों के वाहनों के पहिए थम गए हैं. इससे पहले संगठन के पदाधिकारियों ने 28 जुलाई को काम बंद आंदोलन की सूचना प्रशासन को दी.
हड़ताल आखिर क्यों ?
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शासकीय वाहन चालक महासंघ की 8 सूत्रीय मांग इस प्रकार है-
- वाहन चालकों का प्रारंभिक ग्रेड वेतन 2800 रु. किया जाए.
- दैनिक वेतनभोगी संविदा अनियमित वाहन चालक एवं यात्रिक कर्मचारियों को निशर्त नियमित किया जाए.
- शैक्षिणिक योग्यता के आधार पर वाहन चालकों को भी पद परिवर्तन / पदोन्नति का लाभ दिया जाए.ृ
- कार्यभारित प्रथा समाप्त कर कार्यभारित कर्मचारियों को नियमित स्थापना में समाहित किया जाए.
- शासकीय विभागों के वाहन एवं वाहन चालकों के दुरुपयोग पर अंकुश लगाया जाए.
- शासन द्वारा विभिन्न विभागों में व्यापम एवं सिधी भर्ती के माध्यम से दैनिक वेतन भोगी वाहन चालक को प्राथमिकता दी जाए.
- वाहन चालकों को मोबाईल भत्ता 200 रु. के स्थान पर 1000 रु. 8. समस्त शासकीय वाहनों का बीमा अनिवार्य रूप से कराया जाए.
- समस्त शासकीय वाहनों का बीमा अनिवार्य रूप से कराया जाए.
हड़ताल का असर
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छत्तीसगढ़ शासकीय वाहन चालक महासंघ के कोरबा जिला अध्यक्ष अनूप सिंह कोराम ने बताया कि कोरबा जिला सहित संपूर्ण छत्तीसगढ़ के शासकीय अशासकीय वाहन चालक प्रदेश की राजधानी रायपुर में एकत्रित होकर एक दिवसीय प्रदर्शन करेंगे.
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ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग कोरबा के कार्यपालन अभियंता एंटोनी तिर्की ने कहा कि वाहन चालकों का हड़ताल से विभागीय काम प्रभावित होगा फील्ड में पहुंचना और सुपरविजन करना संभव नहीं हो पाएगा.
हालांकि कलेक्टर संजीव कुमार झा ने कहा कि वाहन चालकों की हड़ताल के मद्देनजर वैकल्पिक व्यवस्था की गई है और कोई भी वाहन ऑफरोड नहीं रहेगा.
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