Narayanpur Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर (Narayanpur) जिले में नक्सलवाद के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चल रहा है. सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ चौथे बड़े एनकाउंटर में 8 वर्दीधारी नक्सलियों ढेर कर दिया. पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में एसटीएफ का एक जवान भी शहीद हुआ है. शहीद जवान नीतेश एक्का जशपुर के चिरईताड़ गांव के रहने वाले हैं. पुलिस के अनुसार मुठभेड़ में नक्सलियों को बड़ा नुकसान पहुंचा है. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान जारी है. इसी कड़ी में नारायणपुर जिले में सुरक्षा बल को बड़ी सफलता मिली है.
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अबूझमाड़ का यह इलाका हो रहा नक्सल मुक्त- आईजी
बस्तर आईजी पी सुंदरराज (P.Sundarraj) ने बताया सुरक्षा बल ने अबूझमाड़ के कुतुल, फरसबेड़ा, कोड़तामेटा क्षेत्र के जंगल में शनिवार की सुबह मुठभेड़ हुई. इस दौरान नक्सलियों के शव और हथियार पुलिस को मिल चुके हैं. मुठभेड़ में और कई नक्सलियों के मारे जाने व घायल होने की सूचना है. मुठभेड़ के दौरान एक जवान बलिदान और दो जवान घायल हुए है. नक्सलियों के आधार इलाके में लगातार पुलिस के द्वारा नक्सल ऑपरेशन किया जा रहा है. जिससे अबूझमाड़ का यह इलाका नक्सलियों के कब्जे से मुक्त हो रहा है. 2 माह के अंतराल में नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के चारों दिशाओं में चार बड़े मुठभेड़ हुए हैं, जिसमें 32 नक्सली मारे गए हैं.
इस साल अब तक 137 नक्सलियों का एनकाउंटर
पुलिस के अनुसार नारायणपुर-दंतेवाड़ा-कोंडागांव जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सलियों की माड़ डिवीजन व पीएलजीए बटालियन नंबर एक के नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना मिली थी. नारायणपुर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा व कांकेर जिले से एसटीएफ, डीआरजी, 53वीं वाहिनी आइटीबीपी, 153वीं वाहिनी बीएसएफ की संयुक्त टीम को दो दिन पहले अभियान पर भेजा गया था. सुरक्षा बल की संयुक्त टीम के साथ नक्सलियों की कई बार मुठभेड़ हुई. पुलिस अधिकारियों का दावा है कि सुरक्षा बल का मनोबल बढ़ा हुआ है. मुठभेड़ में घायल जवान जवान लेखराम नेताम और कैलाश नेताम को इलाज के लिए रायपुर लाया गया है, फिलहाल दोनों की स्थिति खतरे से बाहर है. घायल जवानों से मिलने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Vishnudeo Sai) और डिप्टी सीएम विजय शर्मा (Vijay Sharma) भी पहुंचे. उन्होंने जवानों की हौसला आफजाई की. मुख्यमंत्री ने दावा किया कि इस वर्ष हुईं अलग-अलग मुठभेड़ों में अब तक 137 नक्सलियों का एनकाउंटर किया गया और बड़े पैमाने में आत्मसमर्पण भी हुए.
बस्तर में पूरी ताकत से लड़ाई लड़ रहे- सीएम साय
बस्तर में नक्सलियों के सबसे सेफ जोन में माने जाने अंदरुनी इलाकों में अब फोर्स का डेरा हो गया हैं. अंदरूनी इलाकों में पुलिस कैंप स्थापित होने के बाद नक्सलियों का यह सेफ जोन उनके लिए काल बन गया हैं. फोर्स की आकर्मक रवैया के बाद नक्सली लीडर लगातार अब अपना ठिकाना बदल रहे हैं. वहीं सीएम साय ने दावा किया कि नक्सलियों के खिलाफ हो रही कड़ी कार्रवाई से नक्सली विचलित हैं. उनके खात्मे के लिए हमारी सरकार पूरी तरह तत्पर है और जब तक लक्ष्य पूरा नहीं हो जाता हम चुप नहीं बैठेंगे. बस्तर में शांति बहाली के लिए सरकार और हमारे जवान पूरी ताकत से लड़ाई लड़ रहे. उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी.
नारायणपुर से इमरान खान और जगदलपुर के धर्मेंद्र महापात्रा की रिपोर्ट छत्तीसगढ़ तक
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