छत्तीसगढ़ में ईडी अधिकारी के घर हुई चोरी! CM बघेल बोले- मोटी रकम लेकिन नहीं लिखा पा रहे रिपोर्ट  

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12 Oct 2023 (अपडेटेड: Oct 12 2023 11:40 AM)

Theft in ED officers house in Chhattisgarh- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने दावा किया है कि राज्य में एक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)…

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Theft in ED officers house in Chhattisgarh- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने दावा किया है कि राज्य में एक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी के घर पर चोरी हुई है लेकिन वे रिपोर्ट नहीं लिखा पा रहे हैं. सीएम बघेन ने बताया कि अच्छी-खासी रकम की चोरी हुई है मगर अधिकारी इस बात को बता नहीं पा रहे हैं.

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कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली जाने से पहले रायपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बघेल ने कहा कि उन्होंने एक जबर्दस्त खबर मिली है. उन्होंने कहा, “ईडी अधिकारी के घर चोरी हुई है. राशि अच्छी-खासी है. लेकिन वे बता नहीं पा रहे हैं कि रकम कितनी है. लेकिन मोटी रकम है.”

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कितने की चोरी हुई है. इसकी रिपोर्ट तो लिखानी पड़ेगी. वो बता नहीं रहे हैं कि कितने की चोरी हुई है.

 

‘उस अधिकारी का पता करो’

ईडी पर पक्षपातपूर्ण और भाजपा के निर्देश पर कार्रवाई करने का आरोप लगाने वाले बघेल ने पत्रकारों से कहा कि उस ईडी अधिकारी का पता करो… कि किसके यहां चोरी हुई और कितने की चोरी हुई.

 

भाजपा की लिस्ट पर कसा तंज

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा में सारे लोग डरे हुए हैं. आप लोगों ने देखा कि साइंस कॉलेज का हॉल भरा नहीं था. जितने भी भाजपा के स्थापित नेता है जिन्होंने 15 साल तक छत्तीसगढ़ को लूटा उन लोगों ने हाथ खींच लिया था इसलिए अमित शाह परिवर्तन यात्रा में नहीं आए. स्मृति ईरानी वापस चली गईं. इस दबाव के चलते ही अमर अग्रवाल, राजेश मूणत, अजय चंद्राकर, प्रेम प्रकाश पांडेय जासे सारे लोगों को टिकट मिल गया.

 

‘कैडर का दुरुपयोग करती है भाजपा’

बघेल ने कहा, “भाजपा कहती है कि वह कैडर बेस्ड पार्टी है और वे कैडर का दुरुपयोग करती है. वो सिर्फ वोट दिलाने का काम करते हैं बाकी रायशुमारी में उनकी कोई भूमिका नहीं होती. अगर अपने कैडर की बात सुन लेते तो 15 साल सत्ता में रहने के बाद वे 15 सीटों पर नहीं सिमटते. लेकिन वही चेहरा रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, प्रेम प्रकाश पांडेय, मूणत, अमर अग्रवाल. यही लोग बस रहें, इनके अलावा कोई नहीं है.”

उन्होंने कहा कि पहले तो सोचे थे कि परिवर्तन कर लेंगे. लेकिन माथुर साहब की भी नहीं चली. भीड़ आना बंद हो गया. इसलिए ये लोग ये सारे फैसले लिए.

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