लोकसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ( Bhupesh Baghel ) की मुश्किलें बढ़ सकती है.महादेव बेटिंग ऐप केस मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल समेत 21 लोगों के खिलाफ ED के शिकायत पर EOW (आर्थिक अनुसंधान शाखा) ने FIR दर्ज की है. भूपेश बघेल के खिलाफ हुए इस FIR के बाद छत्तीसगढ़ की सियासत एक बार फिर गरमा गई है. Bhupesh Baghel ने इसे लेकर कहा कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी डरी हुई है. पूरे देश में महादेव ऐप के खिलाफ यदि कार्रवाई की गई तो छत्तीसगढ़ में ही व्यापक पैमाने पर कार्रवाई की गई. इसमें 1000 से अधिक खाते सीज किए गए 200 से अधिक एटीएम कार्ड जप्त किए गए.
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सवाल इस बात का है FIR की कॉपी में देखेंगे तो मेरा कहीं भी नाम नहीं है. इसमे लिखा है एफआईआर में नेतागण अधिकारी गण. अब यदि FIR सिर्फ मेरा नाम ही शामिल किया जा रहा है तो अधिकारियों का नाम क्यों नहीं हैं? इसका स्पष्ट अर्थ है केवल मुझे टारगेट कर बदनाम करने के लिए नाम शामिल किया गया है. ईडी इसमें जांच कर चुकी है फिर EOW को जांच के लिए दिया जा रहा है. इसका क्या अर्थ है, ईडी की जांच में कहीं कुछ नहीं मिला. दूसरी महत्वपूर्ण बात है की गूगल को हमने ही लिखा था कि महादेव एप बंद किया जाए और हमारे निवेदन पर बंद किया गया लेकिन यह एप बहुत सारे और तरीके से चलाया जा रहा है. हैरानी की बात है कि आज भी महादेव एप बंद नहीं है. 4 महीने से राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और केंद्र में भी यानी डबल इंजन की सरकार के बाद भी महादेव एप को बंद नहीं किया गया है. आज किसके संरक्षण में सब कुछ चल रहा है.
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