छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि मणिपुर मामले में संसद को संबोधित करना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जिम्मेदारी है.अगर पीएम मोदी जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते हैं तो अमित शाह को प्रधानमंत्री बना दें. बता दें कि मणिपुर की घटना को लेकर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल केन्द्र सरकार पर हमलावर है. विपक्षी दल चाहते हैं कि इस पर प्रधानमंत्री मोदी संसद में बयान दें.
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मणिपुर मुद्दे पर चर्चा में सहयोग के लिए गृह मंत्री अमित शाह द्वारा विपक्ष को पत्र लिखने के बाद छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने कहा, “कई लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. महिलाओं के साथ क्रूर और अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है… अगर कार्रवाई एफआइआर होने के 77 दिन बाद शुरू की जाती है, तो जवाबदेह कौन है?”
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह दोनों को इसके बारे में पता होगा… अगर पीएम मोदी जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते हैं तो अमित शाह को प्रधानमंत्री बना दें. फिर अमित शाह जवाब दे सकते हैं.”
वहीं सिंहदेव ने ट्वीट किया कि मणिपुर पर संसद को संबोधित करना प्रधानमंत्री की जवाबदेही और ज़िम्मेदारी है. उसे नकारना, उससे ध्यान भटकाना राष्ट्र के प्रमुख के लिए शर्मनाक है.
बता दें कि इससे पहले भी मणिपुर की घटना को लेकर सिंहदेव पीएम मोदी पर निशाना साध चुके हैं. पिछले दिनों सिंहदेव ने ट्वीट कर कहा था, “मणिपुर से आ रहे दृश्य चौंकाने वाले और बेहद दर्दनाक हैं. मणिपुर में अराजकता व्याप्त है, प्रधानमंत्री ने अभी तक एक शब्द भी नहीं बोला है.”
उन्होंने केन्द्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि भाजपा सरकार ने मूकदर्शक बने रहना क्यों चुना और हमारे नागरिकों की सुरक्षा के लिए कुछ भी नहीं किया.
गौरतलब है कि भाजपा शासित मणिपुर में मैतई जनजाति और कुकी के बीच हिंसात्मक टकराव का दौर चल रहा है. इस बीच इस पूर्वोत्तर राज्य में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने से संबंधित वीडियो वायरल होने के बाद केंद्र सरकार विपक्षियों के निशाने पर आ गई है.
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