छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन शुक्रवार को भारी हंगामे के आसार हैं. दरअसल, आज इस सत्र का आखिरी दिन है और विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में चर्चा होनी है.
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इससे पहले तीसरे दिन विपक्षी भाजपा विधायकों की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर गुरुवार को चर्चा नहीं हो सकी थी.विधि मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा था कि सदस्यों ने मंत्रिमंडल के विरूद्ध जो भी अविश्वास प्रस्ताव लाया है. उन्होंने जो भी बिंदु दर्शाया है, उसकी कापी बहुत विलंब से मिली. इसलिए इस पर शुक्रवार को चर्चा करा लिया जाए.
विपक्ष के विरोध के बीच सदन ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए शुक्रवार की दोपहर 12 बजे से शाम 5:30 बजे तक का वक्त तय कर दिया. इस निर्णय के बाद सदन की कार्यवाही को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई.
बता दें कि विधानसभा में विपक्ष के नेता नारायण चंदेल ने सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए हैं. उन्होंने पिछले दिनों कहा था कि प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार और उसकी नीतियों से नाराज है. उन्होंने कहा, “हम सदन में जनता की आवाज उठाएंगे. भाजपा कोयला, शराब, जमीन, राशन और लोक सेवा आयोग से संबंधित घोटालों का मुद्दा उठाएगी जो कि बघेल सरकार के तहत हुए थे.”
भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस 2018 विधानसभा चुनाव से पहले किए गए अपने वादों को पूरा करने में नाकाम रही है. भाजपा के वरिष्ठ नेता चंदेल ने कहा कि उनकी पार्टी सत्र के दौरान सरकार के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाकर सत्तारूढ़ कांग्रेस को “बेनकाब” करेगी, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि वह भ्रष्टाचार में डूबी हुई है.
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