Mahasamund Farmer Suicide News- छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में एक किसान की खुदकुशी (Farmer Suicide) मामले ने अब सियासी रंग ले लिया है. इसे लेकर मुख्य विपक्षी दल भाजपा सत्तारूढ़ कांग्रेस और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) पर हमलावर हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. रमन सिंह (Dr. Raman Singh) ने बघेल पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि आप किस मुंह से किसान कल्याण की बात करते हैं? वहीं पार्टी ने इस मामले में 5 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है जो तथ्यों का अन्वेषण कर अपनी रिपोर्ट पार्टी को सौंपेगी.
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बता दें कि महासमुंद जिले के बागबाहरा ब्लॉक के छुईया गांव निवासी कन्हैया लाल सिन्हा (65) ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. वहीं मृतक के पास एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उन्होंने आत्महत्या करने की वजह बताई है. सुसाइड नोट में मृतक किसान ने अपनी तंगहाली का जिक्र किया है. इसमें किसान ने शासन से किसी किस्म की मदद नहीं मिलने की भी बात कही है.
इसे लेकर अब रमन सिंह ने कहा कि यह अंतिम पत्र प्रमाण है कि एक तरफ़ “छत्तीसगढ़ मॉडल” का झूठा ढोल बज रहा है और दूसरी तरफ़ छत्तीसगढ़ महतारी ने एक और किसान बेटा खो दिया. रबी की फसल का क्षतिपूर्ति नहीं मिली और लो-वोल्टेज बिजली से फसल खराब होने के कारण माटी के लाल कन्हैया सिन्हा जी आत्महत्या करने पर मजबूर हो गए.
सिंह ने ट्वीट किया, “आज भले पूरी कांग्रेस मौन साधे बैठी है लेकिन कन्हैया जी के लिए भाजपा ने इस मामले में 5 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है जो तथ्यों का अन्वेषण कर अपनी रिपोर्ट पार्टी को सौंपेगी. पिछले पौने 5 वर्षों में कांग्रेस सरकार की कुनीतियों से शोषित हजारों किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हुए हैं.”
‘राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दिलाएं मुआवजा’
पूर्व मुख्यमंत्री ने सीएम बघेल (CM Bhupesh Baghel) को तो घेरा ही है. साथ ही कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से किसान को मुआवजा दिलाने की मांग की है. उन्होंने सीएम बघेल को संबोधित करते हुए लिखा कि दाऊ आप किस मुंह से किसान कल्याण की बात करते हैं? अब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी छत्तीसगढ़ के किसान के लिये आवाज़ उठायें और मृतक के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा दिलवायें.
किसान ने सुसाइड नोट में क्या लिखा?
मृतक किसान कन्हैया लाल सिन्हा ने सुसाइड नोट में लिखा, “मैं एक छोटा सा किसान हूं. खेती किसानी में पिछले 8-9 वर्षो से कभी पानी, कभी कीट प्रकोप से नुकसान हो रहा है. मुझे हर साल घाटा हो रहा है. इस वर्ष रबी फसल में चार एकड में लो वोल्टेज के कारण फसल बर्बाद हो गई. मुझे एक भी पैसा नहीं मिला और न ही शासन से कोई मदद मिली.”
किसान ने आगे लिखा, “पैसे की काफी तकलीफ हो रही है. मुझे न तो बीमा का लाभ मिला और न ही दो लाख की छूट मिली. अत: मेरे पास कोई चारा नही बचा और मेरी चारो ओर अंधकार हो गया है.”
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