अब ‘गौठानों’ को लेकर बढ़ेगी भूपेश सरकार की मुसीबत? जांच एजेंसियों को रिपोर्ट भेजेगी भाजपा

Gauthan Scam- छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में आगामी चुनाव से पहले भाजपा (Chhattisgarh BJP) कथित ‘गौठान घोटाला’ के नाम पर भूपेश सरकार (Bhupesh Baghel Government) के खिलाफ…

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Gauthan Scam- छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में आगामी चुनाव से पहले भाजपा (Chhattisgarh BJP) कथित ‘गौठान घोटाला’ के नाम पर भूपेश सरकार (Bhupesh Baghel Government) के खिलाफ मुखर है. अब भाजपा ने मांग की है कि चारा घोटाले की तर्ज़ पर ही गौठान घोटाले की सीबीआई (CBI) जांच हो. साथ ही पार्टी ने कहा है कि वह पूरी रिपोर्ट को कम्पाइल कर तमाम जांच एजेंसियों को भेजेगी. भाजपा नेता और पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने गौठानों के नाम पर 1300 करोड़ रुपए के भारी दुरुपयोग और घोटाले का आरोप प्रदेश सरकार पर लगाया और मांग की है कि बिहार के चारा घोटाले की तर्ज पर ही गौठान घोटाला की जांच सीबीआई से कराई जाए. गागड़ा ने कहा कि गौ माता के नाम पर कांग्रेस की भ्रष्ट प्रदेश सरकार ने बिहार के चारा घोटाले से बड़ा घोटाला किया है. प्रदेश सरकार के इन तथाकथित गौठनों में न गाय है और न ही गोबर.

गागड़ा ने मंगलवार को जगदलपुर के भाजपा जिला कार्यालय में पत्रवार्ता में कहा कि गौठानों के नाम पर भी कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने सब्जबाग दिखाए, लेकिन न तो गौठानों में गायों के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए और न ही गोबर से निर्मित खाद का कहीं अता पता है. गागड़ा ने कहा कि हाल ही में 269 करोड़ रुपए के तो केवल गोबर घोटाले का खुलासा हुआ है और प्रदेश सरकार इस आरोप का जवाब तक विधानसभा में नहीं दे पाई. इससे साफ है कि प्रदेश सरकार ने हर क्षेत्र में बेदर्दी से घोटाला करके प्रदेश के संसाधनों की लूट मचा रखी है. प्रदेश में चहुंओर गौठानों का बुरा हाल है और गौवंश बेहाल है. कांग्रेस ने गंगाजल को हाथ में लेकर कसम खाई थी पर उसकी प्रदेश सरकार ने न गंगा माता को छोड़ा और न गौमाता को छोड़ा.

‘गौठानो में कहीं भी गाय नहीं’

महेश गागड़ा ने भाजपा द्वारा हाल ही चलाए गए प्रदेश के 3,948 गौठानो तक पहुंचकर ‘पोल खोल अभियान’ की चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश के सभी गौठानो में कहीं भी गाय नहीं है. अनेक जगह कांग्रेस की गुंडागर्दी सहते हुए, सत्ता की हिंसा आदि झेलते हुए भी कार्यकर्ताओं ने अपनी जान पर खेलकर प्रदेशभर से आंकड़े जुटाए हैं.कई जगह तो मीडिया के कैमरे के सामने भी कांग्रेसियों ने मारपीट की. भाजपा कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला भी किया. फिर भी भाजपा पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं ने इस अभियान को पूरा किया और पाया कि हमने जितना सोचा था, गौठानों के हालात उससे भी अधिक भयावह हैं.

‘सिर्फ 3 गोठानो में 150 150 गौ माताओं की मौत’

गागड़ा ने कहा कि बदइंतजामी का आलम यह है कि अक्टूबर 2022 में सिर्फ 3 गौठानों में 150 गौ माताओं ने भूख, प्यास और घुटन के चलते दम तोड़ा. मुख्यमंत्री बघेल के अपने विधानसभा क्षेत्र के अचानकपुर गौठान में ही 25 गायों की हत्या हुई. इसी तरह आदर्श दर्जा प्राप्त सचादुर गौठान से रातो-रात हिस्ट्रीशीटर गौ तस्करों ने 40 से 50 गायों की चोरी को अंजाम दिया. यह बेहद शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री के क्षेत्र में गायों की हत्या हो रही है और गृह मंत्री के क्षेत्र में गौ माता की चोरी हो रही है. जहां 40 से ज्यादा गोवंश के गौठान से चोरी होने की पुलिस चौकी में शिकायत की गई है.

‘80% गौठानों में गाय नहीं’

गागड़ा ने कहा कि प्रदेश सरकार गौठानों के नाम पर चाहे जितना ढोल पीट रही हो, लेकिन सच्चाई यह है कि प्रदेश में 9,290 गौठान का दावा है, परंतु 2023-24 में 175 करोड़ की बजट राशि लेने वाली इन गौठानों में से 80% गौठानों में गाय रहती ही नहीं. प्रत्येक गौठान में 300 गाय रखने का नियम है। भूपेश जी ने कहा कि गर्मी में गाय कहीं और चली जाती हैं, पर अब तो बरसात चालू हो चुकी है. फिर भी निरीक्षण के दौरान हमें गाय नहीं मिली. रोका-छेका का जमीनी सच यह है कि गायें आज भी सड़कों पर दिखाई पड़ रही है.

‘एजेंसियों को भेजेंगे रिपोर्ट’

गागड़ा ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा गांवों के विकास के लिए भेजी गई राशि में भूपेश सरकार ने गौठानों के नाम पर भारी भ्रष्टाचार किया है. प्रदेश सरकार ने दो रुपए किलो की दर से गोबर खरीदकर उसे 10 रुपए प्रति किलो की दर से घटिया वर्मी कंपोस्ट के नाम पर किसानों को बेचा गया. श्री गागड़ा ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में निर्मित गोठानों में मूलभूत सुविधाओं जैसे पानी की व्यवस्था, शेड की व्यवस्था, चारा की व्यवस्था, गोबर खरीदी-बिक्री की व्यवस्था, व गोबर से वर्मी खाद बनाने की व्यवस्था की कमी के चलते ग्रामीणों की आय में वृद्धि के लिए गौठान बनाने वाली सरकार के सभी दावे केवल झूठ के पुलिंदे और कागजी ही हैं. बस्तर के दूरस्थ वन ग्रामों में तो स्थिति और भी गंभीर है. बस्तर के गोठानों में भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप द्वारा किए गए निरीक्षण में पाया गया कि वहां गोठानों को केवल भूमि घेरने के लिए उपयोग किया जा रहा है तथा प्रति गोठान 8 लाख 19 हजार  रुपए खर्च करने के बावजूद भी ऐसा कोई ढांचा गोठानों में दिखाई नहीं दिया. महेश गागड़ा ने कहा कि भाजपा इस पूरी रिपोर्ट को कम्पाइल कर तमाम जांच एजेंसियों को भेजेगी और यह पुरजोर मांग करती है कि चारा घोटाले की तर्ज़ पर ही इस घोटाले की सीबीआई जांच की जाए.

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