Chhattisgarh News: भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर कांग्रेस का मेगा प्लान, लोकसभा चुनाव में होगा बड़ा उलटफेर?

Chhattisgarh News: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस भारत जोड़ो न्याय यात्रा  (Bharat Jodo Nyay Yatra) कर रही है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लिए ‘भारत जोड़ो…

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Chhattisgarh News: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस भारत जोड़ो न्याय यात्रा  (Bharat Jodo Nyay Yatra) कर रही है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लिए ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ लोकसभा चुनाव से पहले संजीवनी से कम नहीं है. प्रदेश में विपक्ष में आ चुकी कांग्रेस की हताशा दूर करने के लिए यह यात्रा बहुत मायने रखती है. यही वजह है कि न्याय यात्रा के रूटमैप में भी सरकार को घेरने के लिहाज से काफी मेहनत की गई है. इस न्याय यात्रा को लेकर रूट फाइनल हो गया है.अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव राहुल गांधी के नेतृत्व में हो रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा ओडिशा के रास्ते 8 फरवरी को रायगढ़ में प्रवेश करेगी.

ऐसा रहेगा न्याय यात्रा का रूटमैप

8 फरवरी से छत्तीसगढ आ रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा 9 और 10 फरवरी को यात्रा स्थगित रहेगी. 11 फरवरी को रायगढ़ से यह यात्रा खरसिया जायेगी. इसी दिन खरसिया से सक्ति होते हुए यात्रा कोरबा जिले के भैसमा गांव पहुंचेगी, यहां राहुल गांधी रात्रि विश्राम करेंगे. 12 फरवरी को यात्रा कोरबा शहर पहुंच कर कटघोरा होते हुए सूरजपुर के तारा जाएगी. 12 फरवरी को सूरजपुर के शिवनगर में वे रात में रुकेंगे. 13 फरवरी को यह यात्रा उदयपुर से अंबिकापुर होते हुए बलरामपुर जाएगी और झींगो गांव में रात्रि विश्राम होगा. 14 फरवरी को बलरामपुर से रामानुजगंज होते हुए न्याय यात्रा झारखंड के गढ़वा निकल जाएगी.

रायगढ़ के अभेद किले को भेदना चाहेगी कांग्रेस

भारत जोड़ो न्याय यात्रा के रायगढ़ पहुंचने के कई मायने हैं. छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद रायगढ़ लोकसभा सीट में कांग्रेस कभी नहीं जीती. यह सीट कांग्रेस के लिए वो किला है जिसे वो कभी भेद नहीं पाई. 2019 में बीजेपी की गोमती साय ने इस सीट से बाजी मारी थी. हाल ही में उन्होंने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद सांसदी से इस्तीफा दे दिया. इससे पहले लगातार 20 साल तक रायगढ़ सीट से प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Vishnu deo Sai) जीतते रहे.वहीं राज्य बनने से पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी भी इस सीट से चुनाव जीतकर सांसद रह चुके हैं.

हसदेव कटाई को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी

इसके बाद न्याय यात्रा उदयपुर से अंबिकापुर जाएगी. उदयपुर हसदेव क्षेत्र का वह इलाका है, जहां हसदेव जंगल की अंधाधूंध कटाई को लेकर बड़ा आंदोलन चल रहा है. कांग्रेस की न्याय यात्रा के दौरान यह भी संभावना है कि राहुल गांधी यहां के प्रभावितों से भी मिलेंगे. ऐसे में अदाणी के पॉवर प्लांट को लेकर चल रहे विरोध को कांग्रेस न्याय यात्रा में बड़ा मुद्दा बनाएगी. वहीं कटघोरा से होते हुए कोरबा को भी रूट में शामिल किया गया है. इसके पीछे भी बड़ा कारण है. 2019 में मोदी लहर के बावजूद कोरबा से कांग्रेस की ज्योत्सना महंत जीती थीं. वे नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत की पत्नी हैं. अब एक बार फिर कांग्रेस इस सीट पर जीत बरकरार रखने की कोशिश करेगी. वैसे भी कांग्रेस हसदेव जंगल की कटाई को लेकर लगातार बीजेपी सरकार को घेर रही है.

कांग्रेस से लिए न्याय यात्रा काफी अहम

कांगेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ से गुजर रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा काफी अहम मानी जा रही है.यहीं वजह है कि इस यात्रा को सफल बनाने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ऐड़ी चोटी का जोर लगा रही है. प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट न्याय यात्रा के रूट वाले सभी क्षेत्रो में पहले ही दौरा कर रहे है. इस दौरान पायलट के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज कांग्रेस की अलग-अलग कमेटियों की बैठक कर यात्रा को सफल बनाने जवाबदारी भी दिए है.

बीजेपी की खामियां गिनाएगी कांग्रेस

कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरूआत 14 जनवरी को मणिपुर से हुई. अब यह यात्रा छत्तीसगढ़ होकर गुजर रही है. इस दौरान छत्तीसगढ़ के पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की कई महत्वाकांक्षी योजनाओं को लेकर किए जा रहे कामों को गिनाया जायगा. साथ ही बीजेपी की ओर से किए गए वादों और हकीकत पर भी कांग्रेस मुद्दा बनाएगी. यहीं वजह है कि छत्तीसगढ़ में प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट कांग्रेस की अलग-अलग कमेटियों की बैठकें लेकर कार्यकर्ताओं को एकजुट करने जीत का मंत्र भी दिया है. माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के अच्छे परिणाम के लिए प्रदेश कांग्रेस को राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर सबसे ज्यादा भरोसा है.

कोरबा से गेंदलाल शुक्ला और रायपुर से महेंद्र नामदेव की रिपोर्ट

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