Arang Mob lynching: आरंग में हुई कथित मॉब लिचिंग की घटना को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. रायपुर से भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने इस घटना को मॉब लिचिंग कहने में आपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा था कि अगर कोई गड्ढे में कूद गया और मृत्यु हो गई तो मॉब लिंचिंग इसे कैसे कहेंगे.उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग कानून व्यवस्था को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं. अब बृजमोहन के बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है और इसे हत्यारों को संरक्षण देने वाला बताया है.
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प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, 'सांसद बृजमोहन अग्रवाल का बयान हत्यारों को संरक्षण देने वाला है. बृजमोहन जैसे वरिष्ठ राजनेता से इस प्रकार के बयान की अपेक्षा सभ्य समाज कदापि नहीं करता है. मॉब लिचिंग छत्तीसगढ़ के माथे पर कलंक है. इस घटना के आरोपियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, न की बयानबाजी कर अपराधियों को संरक्षण दिया जाए.'
आरोपियों को बचाने की कोशिश- कांग्रेस
शुक्ला ने आगे कहा कि इस घटना में एक दर्जन से अधिक अराजक तत्वों ने पीट-पीट कर तीन लोगों की हत्या कर दी. दहशतगर्दों ने सरेआम कुछ लोगों पर लाठियों-डंडो और धारदार हथियार से हमला बोला और उनकी जान ले ली. इस मामले में पुलिस को हत्या का मामला दर्ज करना चाहिए. यह मामला हत्या का है, हल्की धाराओं में कार्रवाई कर सरकार आरोपियों को संरक्षण दे रही है. सांसद बृजमोहन अग्रवाल आरोपियों को बचाने के लिए गलत बयानबाजी कर रहे हैं.
4 आरोपी की हो चुकी है गिरफ्तारी
कांग्रेस ने ये भी सवाल पूछा कि इस घटना से जुड़े लोग किस संगठन से हैं. इसका खुलासा सरकार को करना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य में 6 महीने में ही प्रदेश की कानून व्यवस्था चरमरा गई है. बता दें, 7 जून को हुई घटना में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई थी और 2 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था.आरंग पुलिस ने इस मामले में गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है. रायपुर और महासमुंद के चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. इस मामले की जांच एसएसपी द्वारा गठित 14 सदस्यीय SIT के द्वारा की जा रही है.
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