Rahul Gandhi Lok Sabha Membership- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की संसद सदस्यता बहाल हो गई है. लोकसभा (Lok Sabha) सचिवालय की ओर से इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई है. इसे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने सच्चाई की जीत करार दिया है. उन्होंने सोमवार को कहा कि यह सच्चाई की जीत है. लोग लोकसभा में राहुल गांधी को सुनना चाहते हैं.
ADVERTISEMENT
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल होने को जहां उन्होंने सच्चाई की जीत कहा तो वहीं सत्ताधारी दल भाजपा पर भी निशाना साधा. सीएम बघेल ने कहा, “राहुल गांधी को लोकसभा में रोकने के लिए तमाम उपाय किए गए थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद लोकसभा सचिवालय ने उनकी सदस्यता बहाल की है. सत्य की जीत हुई है और देश राहुल जी को सुनना चाहता है. जो सवाल राहुल जी पूछते रहे हैं. इससे सत्ताधारी दल बचता रहा है. अब उनको जवाब देना होगा.”
इसे लेकर बघेल ने ट्वीट भी किया है. उन्होंने लिखा, “ऐसी दिखती है.. नफरत के खिलाफ मोहब्बत की जीत/ अन्याय के खिलाफ न्याय की जीत/ असत्य के खिलाफ सत्य की जीत/ तानाशाही के खिलाफ लोकतंत्र की जीत/ षड्यंत्रों के खिलाफ I.N.D.I.A की जीत/ श्री राहुल गांधी जी के माध्यम से संसद में सड़क की आवाज फिर गूंजेगी. समस्त देशवासियों को बधाई.”
सुप्रीम कोर्ट से मिली थी राहत
मोदी सरनेम मानहानि केस में सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को राहुल गांधी को मिली दो साल की सजा और दोषसिद्धि को रद्द कर दिया था. इसी के साथ उनके संसद में वापसी का रास्ता साफ हो गया था. शीर्ष अदालत के इस फैसले को कांग्रेस के तमाम बड़े नेता कांग्रेस की जीत बता रहें हैं.
क्या है मोदी सरनेम मानहानि मामला?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कर्नाटक के कोलार में 13 अप्रैल साल 2019 को चुनावी रैली में कहा था, ‘नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेंद्र मोदी का सरनेम कॉमन क्यों है? सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?’ राहुल के इस बयान को लेकर भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने उनके विरुद्ध धारा 499, 500 के तहत आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज कराया था.
यह भी पढ़ें- राहुल गांधी को राहत मिलने पर बोले सीएम बघेल- सदा उजाला विजित हुआ है…
ADVERTISEMENT