ईडी कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस का हल्लाबोल, कार्यालय का किया घेराव, लगाए ये आरोप

Chhattisgarh Congress Protests- छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी को लेकर प्रदेश की सियासत तेज है. अब सत्तारूढ़ कांग्रेस (Chhattisgarh Congress) ने सोमवार को…

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Chhattisgarh Congress Protests- छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी को लेकर प्रदेश की सियासत तेज है. अब सत्तारूढ़ कांग्रेस (Chhattisgarh Congress) ने सोमवार को राजधानी रायपुर स्थित ईडी के दफ्तर के सामने धरना प्रदर्शन किया. पार्टी के कार्यकर्ताओं ने यहां केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोला. साथ ही ईडी कार्यालय जाकर ज्ञापन भी सौंपा. इस दौरान जहां पार्टी ने ईडी की कार्रवाई को द्वेषपूर्ण करार दिया वहीं पूर्ववर्ती रमन सरकार के कार्यकाल में हुए कथित घोटालों की जांच की भी मांग की.

कांग्रेस का आरोप है कि छत्तीसगढ़ में मुद्दाविहीन हो चुकी भाजपा ने अपने ‘फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन’ ईडी को एक्टिव कर दिया है. साथ ही कांग्रेस का कहना है कि भाजपा शासन काल में हुए घोटालों को लेकर भी जांच होनी चाहिए. कांग्रेस की मांग है कि डॉ रमन सिंह की संपत्ति का मामला, उज्जवला घोटाला, रतनजोत घोटाला, महादेव ऐप घोटाला इन सब की जांच होनी चाहिए.

सीएम बघेल ने भी लगाए थे आरोप

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने भी ईडी कार्रवाई को लेकर भाजपा और केंद्रीय एजेंसी पर हमला बोला था. उन्होंने रविवार को कहा था कि भाजपा को वोट देना यानी छत्तीसगढ़ अडानी (Adani) को सौंप देना है. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह (Dr Raman Singh)  पर भी कई आरोप लगाए थे.

सीएम ने कहा था कि ईडी-सीबीआई भाजपा के विचारों पर काम कर रही है. जो छापेमारी की कार्रवाई हो रही है यह पूर्ण रूप से राजनीति से प्रेरित है. उन्होंने कहा, “मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि कल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर जी ने सरगुजा में जो बयान दिया कि आने वाले दो माह में देखिए क्या-क्या होता है, इसका सीधा अर्थ यही है कि भाजपा प्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस से चुनाव नहीं लड़ पा रही है. वह ईडी सीबीआई को आगे कर कर चुनाव लड़ने वाली है.”

ईडी पर क्यों हमलावर है कांग्रेस?

छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाला, कोयला घोटाला और अवैध सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी लगातार छापेमारी कर रही है. पिछले दिनों ईडी ने कथित अवैध सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, कथित हवाला ऑपरेटर भाइयों अनिल और सुनील दम्मानी और सतीश चंद्राकर नाम के एक व्यक्ति सहित चार लोगों को गिरफ्तार करने के बाद कई आरोप लगाए. इसके अलावा एजेंसी ने बुधवार को राज्य की राजधानी रायपुर और दुर्ग में बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा और दो विशेष कर्तव्य अधिकारियों (ओएसडी) पर छापे मारे. जबकि जिन चारों को गिरफ्तार किया गया है उन पर 21 अगस्त को ईडी ने छापेमारी की थी.

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