CG Naxalism: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने दावा किया है कि अगले दो-तीन वर्षों में भारत देश नक्सली समस्याओं (Naxal Issues) से मुक्त हो जाएगा. शाह ने कहा कि पूरे देश से नक्सलियों का सफाया हो गया है. इस दौरान शाह ने बताया कि छत्तीसगढ़ में क्यों नक्सली की समस्या अभी बनी हुई है.
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केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, "एक समय कुछ लोग पशुपतिनाथ से लेकर तिरूपति तक नक्सल (Naxal) कॉरिडोर की बात करते थे, अब झारखंड, बिहार, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश नक्सली समस्याओं से पूरी तरह से आजाद हैं."
केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, वामपंथी उग्रवाद की घटनाएं 2004-14 के दशक में 14,862 से घटकर 2014-23 में 7,128 हो गई है. वामपंथी उग्रवाद के कारण सुरक्षा बलों की मौतों की संख्या 2004-14 में 1750 से 72 प्रतिशत कम होकर 2014-23 के दौरान 485 हो गई है और उक्त अवधि में नागरिक मौतों की संख्या 68 प्रतिशत घटकर 4285 से 1383 हो गई है.
'छत्तीसगढ़ हो रहा है नक्सली मुक्त'- शाह
गृह मंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद छत्तीसगढ़ को नक्सली मुक्त करने का काम शुरू हो गया है. शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में उनकी सरकार के कार्यभार संभालने के बाद, लगभग 125 नक्सली मारे गए, 352 से अधिक गिरफ्तार किए गए और लगभग 175 ने आत्मसमर्पण कर दिया है. उन्हों ने कहा कि वे सिर्फ पिछले पांच महीनों के आंकड़ों के बारे में बात कर रहे हैं.
शाह ने कहा कि 16 अप्रैल को, सुरक्षाकर्मियों ने छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में अब तक की सबसे बड़ी मुठभेड़ में कुछ वरिष्ठ कैडरों सहित 29 नक्सलियों को मार गिराया. शाह का दावा है कि वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ राज्य की लड़ाई के इतिहास में किसी एक मुठभेड़ में लाल उग्रवादियों की यह सबसे अधिक मौतें थीं.
अमित शाह ने किया बड़ा दावा!
गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि क्यों छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित क्षेत्र अभी भी मौजूद है. गृहमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में अभी भी नक्सली सक्रिय है जिन्हें अभी तक खत्म नहीं किया जा सका है क्योंकि पिछले 5 साल से राज्य में कांग्रेस की सरकार थी.
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