CG Lok Sabha Election- छत्तीसगढ़ के महासमुंद लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सियासी जंग बेहद दिलचस्प हो गई है. बीजेपी ने यहां से रूप कुमारी चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है. जबकि कांग्रेस ने साहू कार्ड खेलते हुए यहां से पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू पर भरोसा जताया. इस बीच साहू बाहुल्य महासमुंद में गैर साहू प्रत्याशी को उतारने वाली बीजेपी ने अब अपना बड़ा दांव खेल दिया है. क्या बीजेपी के इस ब्रह्मास्त्र के प्रहार से कांग्रेस का दांव बेअसर हो जाएगा?
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पहले समझते हैं कि आखिर बीजेपी ने इस सीट पर कैसे मोर्चेबंदी की है. बता दें कि आमतौर पर इस सीट से किसी साहू समाज के व्यक्ति को टिकट देने वाली पार्टी ने इस बार अपनी रणनीति काफी हद तक बदल ली. लेकिन कांग्रेस ने इसका फायदा उठाते हुए ताम्रध्वज साहू पर भरोसा जताया और उनको यहां से टिकट दिया. लेकिन अब बीजेपी ने वोटिंग से ठीक दो दिन पहले यहां पीएम नरेंद्र मोदी की विशाल सभा आयोजित की. इतना ही नहीं पार्टी ने अपने एक महत्वपूर्ण नेता को यहां तैनात कर दिया है. जी हां, बीजेपी साहू समाज से आने वाले विधायक ईश्वर साहू से ताम्रध्वज के खिलाफ प्रचार अभियान चलवाकर अपने परपंरागत वोटबैंक को साधने की कोशिश कर रही है.
ताम्रध्वज पर बरसे ईश्वर, साहू समाज से क्या बोले?
ईश्वर साहू ने बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेस कर ताम्रध्वज पर गंभीर आरोप लगाए. साजा से बीजेपी विधायक ने कहा कि उनके बेटे की हत्या कर दी गईं लेकिन तत्कालीन गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने घर आने की जहमत नही उठाई. उन्होंने साहू समाज को संबोधित करते हुए आगे कहा, “मैं साहू समाज के लोगो को बताने आया हूं कि ताम्रध्वज साहू मेरे समाज का होने पर भी कोई मदद नही किया.”
बीजेपी ने किया मुझ पर एहसान: ईश्वर
इस दौरान रायपुर ग्रामीण विधायक मोती राम साहू भी विधायक ईश्वर साहू के साथ मौजूद थे. ईश्वर ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उनके बेटे के साथ अन्याय हुआ है. कांग्रेस 10 लाख का लालच दे रहे थी. लेकिन उन्होंने 10 लाख को ठुकरा दिया. इस बीच भाजपा ने उन्हें विधायक का टिकट देकर काफी एहसान किया है. कांग्रेस ने मुसलमानों का वोट बिगड़ न जाए ये सोचकर कार्रवाई नहीं की थी.
ईश्वर साहू बिगाड़ सकते हैं खेल
बिरनपुर मामले में ईश्वर साहू के बेटे की हत्या हो गई थी. विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया. वहीं बीजेपी ने साहू को साजा से अपना उम्मीदवार भी बनाया. ईश्वर ने कांग्रेस के प्रत्याशी और तब मंत्री रहे रविन्द्र चौबे को मात दी थी. अब ईश्वर साहू की ओर से ताम्रध्वज साहू के खिलाफ बयानबाजी का लोकसभा चुनाव पर कितना असर होता है यह आगे पता चलेगा. वहीं ईश्वर के आरोपों पर ताम्रध्वज क्या प्रतिक्रिया देते हैं यह देखना भी दिलचस्प होगा.
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