Chandra Shekhar Azad News: उत्तर प्रदेश के नगीना लोकसभा क्षेत्र से सांसद और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने गुरुवार को बिलाईगढ़ के भटगांव में विशाल जनसभा को संबोधित किया.बलौदाबाजार में हुई घटना को लेकर आजाद ने कहा कि ये सोची समझी साजिश है. सतनामी समाज कभी हिंसा के रास्ते नहीं जा सकता. इस समाज को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र किया गया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने समाज को टारगेट करने का काम किया है.यह पुलिस और प्रशासन का फेलियर है.चंद्रशेखर ने सवाल पूछा कि जिन फाइलों में आग लगी वह किनकी है. किसे बचाया जा रहा है.
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सांसद चंद्रशेखर ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'मैं चाहता हूं कि इस घटना की सीबीआई जांच हो और सुप्रीम कोर्ट के जजों की निगरानी में हो, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए. दोषियों को सजा मिले. जिन बेकसूर लोगों को जेल भेजा गया है, उन्हें बिना शर्त बाहर निकाला जाए.'
सांसद ने कहा कि बलौदाबाजार में हुई हिंसा की घटना सोची-समझी साजिश है. लगातार समाज के युवाओं को टारगेट किया जा रहा है. जो समाज के लिए काम कर रहे हैं, उन्हें ही जेल में बंद किया जा रहा है. यह पुलिस और प्रशासन का फेलियर है. जिन फाइलों में आग लगी वह किनकी है. किसे बचाया जा रहा है. यह बात हम नहीं समझ रहे हैं.
समाज को टारगेट कर रही सरकार- चंद्रशेखर
भटगांव में सभा को संबोधित करते हुए आजाद ने आगे कहा कि संविधान को मानने वाले लोग कभी हिंसा का सहारा नहीं लेते हैं. प्रदर्शन वाले दिन ये लोग अपनी बात कहने के लिए इकठ्ठा हुए थे . लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने भीड़ का फायदा उठाकर इसे अंजाम दिया.इस समाज को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र किया. सरकार ने इसकी तह में जाना उचित नहीं समझा. बल्कि सरकार ने समाज के लोगों को टारगेट करने का काम किया और उनको जेल भेजा.उन्होंने कहा कि हमें पता है कि आंदोलन को कैसे कुचला जाता है, कैसे बदनाम किया जाता है. लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं.
आजाद ने दे दी बड़ी चेतावनी!
चंद्रशेखर ने अपने भाषण में कहा, 'हमारे प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े बीमार थे. किसी तरह वे ठीक हुए. प्रशासन को जैसे ही पता चला कि मैं यहां आने वाला हूं तो राजकुमार को पकड़ लिया. उन्हें पीटा गया और जेल भेज दिया. सरकार अगर गुंडागर्दी, तानाशाही पर उतर आई है, अगर वो सतनामी समाज को कुचलने पर उतर आई है तो चेतावनी है कि करो मुकाबला, हम करेंगे.'
राज्यपाल से भी चंद्रशेखर ने की मुलाकात
बता दें, सभा से पहले चंद्रशेखर ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से भी मुलाकात की थी. इसके बाद मीडिया से मुखाबित होते हुए उन्होंने कहा था कि बलौदाबाजार की घटना निंदनीय है. जिन्होंने अपराध किया है, उनपर सख्त कार्रवाई हो. लेकिन जब तक अपराध साबित नहीं हो जाता तब तक उसकी जांच हो.निर्दोष लोगों पर कार्रवाई कर दोषियों को न बचाया जाए. उन्होंने सवाल किया कि ऐसा क्यों होता है कि घटना में कुछ ही फाइल है जलती है. बाहर के पोर्शन में आग नहीं लगती. इस मामले में उलझाकर प्रदेश में गंभीर जो मामले चल रहे हैं, उनमें पर्दा हटाने का जो इंतजाम चल रहा है, वह नहीं चलेगा. इस बात का जवाब देना पड़ेगा.
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