Balodabazar violence: बलौदाबाजार हिंसा (Balodabazar News) को लेकर छत्तीसगढ़ की सियासत तेज है. इस बीच मंगलवार को कांग्रेस ने घटना के विरोध में पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन आयोजित किया है.
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प्रदेश कांग्रेस ने इस प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए 33 प्रभारी बनाए गए हैं. रायपुर शहर और ग्रामीण में पीसीसी चीफ दीपक बैज इसकी कमान संभाल रहे हैं. वहीं, चरणदास महंत को कोरिया और ज्योत्सना महंत को कोरबा शहर का प्रभारी बनाया गया है.
बता दें कि बलौदा बाजार में हुई हिंसा और इससे पहले जैतखाम तोड़फोड़ मामले को लेकर मुख्य विपक्षी कांग्रेस साय सरकार पर हमलावर है. दीपक बैज, चरण दास महंत, भूपेश बघेल समेत सभी दिग्गज कांग्रेस नेता सीएम साय और गृहमंत्री विजय शर्मा को कटघरे पर खड़ा कर रहे हैं.
मामले को तूल पकड़ता देख अब प्रशासन ने भी अपनी पूरी तैयारी कर ली है. बलौदाबाजार भाटापारा जिला प्रशासन ने लोगों से शांति भंग करने वालों की जानकारी देने की अपील की है. जिससे ऐसे लोगों के विरूद्ध कार्रवाई की जा सके. जिला प्रशासन ने जिले में 20 जून तक धारा-144 बढ़ा दी है.
क्या है पूरा मामला?
अज्ञात व्यक्तियों ने 15-16 मई की मध्यरात्रि को बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के गिरौदपुरी धाम में पवित्र अमर गुफा के पास सतनामी समुदाय द्वारा पूजे जाने वाले पवित्र प्रतीक ‘जैतखाम’ या ‘जय स्तंभ’ को क्षतिग्रस्त कर दिया था. धार्मिक ढांचे में कथित तोड़फोड़ के विरोध में समुदाय ने 10 जून को बलौदाबाजार के दशहरा मैदान में प्रदर्शन और कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने का आह्वान किया था. विरोध प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने बलौदाबाजार शहर में एक सरकारी कार्यालय और 150 से अधिक वाहनों में आग लगा दी.
कांग्रेस को मिला मौका, कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
घटना के बाद कांग्रेस इस मुद्दे को लगातार उठा रही है. पिछले दिनों भूपेश बघेल ने कहा था कि प्रदेश में अपराध लगातार बढ़ रहा है, अब तो यह स्थिति है कि कलेक्टर और एसपी कार्यालय फूंक दिया जा रहा है, प्रदेश में कानून व्यवस्था का इतना बुरा हाल कभी नहीं रहा. हालांकि बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस इस मुद्दे पर सिर्फ राजनीति कर रही है.
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