रायपुर में कारोबारी की कार में फायरिंग, अमेरिकी नंबर से आया था कॉल, अब पुलिस ने सीन रिक्रिएशन किया

ChhattisgarhTak

15 Jul 2024 (अपडेटेड: Jul 15 2024 12:36 PM)

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के तेलीबांधा थाना क्षेत्र में शनिवार की सुबह उस वक्तर हड़कंप मच गया जब कोयला कारोबारी के ऑफिस के बाहर गोली चलने की घटना हो गई, पुलिस को संदेह है कि अमन साहू गैंग के शूटरों ने ने गोली चलाई है.

Raipur Firing

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Raipur Firing:  छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर (Raipur News) के तेलीबांधा थाना क्षेत्र में शनिवार की सुबह उस वक्‍त हड़कंप मच गया जब कोयला कारोबारी के ऑफिस के बाहर गोली चलने की घटना हो गई, पुलिस को संदेह है कि अमन साहू गैंग के शूटरों ने ने गोली चलाई है. दिन दहाड़े गोली चलने की घटना सुबह लगभग 11 बजे की है। हालांकि गोलीकांड में कोई हताहत नहीं हुआ है कोयला कारोबारी सुरक्षित है. अब इस मामले में पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर सीन का रिक्रिएशन किया है.

इस घटना के बाद रायपुर पुलिस अलर्ट हो गई और पूरे शहर में नाकेबंदी कर गोलीबाजों की तलाश में जुट गई है. रायपुर एस एसपी संतोष सिंह ने बताया कि रायपुर के थाना तेलीबांधा अंतर्गत पचपेड़ीनाका से तेलीबांधा के बीच सर्विस रोड में एक कारोबारी के ऑफिस के सामने दो मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति हवाई फायर करते हुए दिखाई दिए.

क्यों है इस गैंग पर शक?

रायपुर एसएसपी ने कहा कि, इससे पहले रायपुर पुलिस ने इसी प्रकार के झारखंड के एक गैंग को रायपुर में घटना को अंजाम देने से पूर्व पकड़ा था. इस घटना में भी इसी गैंग पर शक है. फिलहाल शहर में नाकेबंदी कर शूटरों की तलाश की जा रही है. गौरतलब है कि इससे पहले छत्‍तीसगढ़ पुलिस ने प्रदेश के दो कारोबारियों की हत्‍या करने आए अमन साहू गैंग के चार शूटरों को गिरफ्तार किया था. ये शूटर कोयला कारोबारियों से वसूली करते थे.

 पता चला था कि कोयला कारोबारी के वसूली राशि देने नहीं देने पर ये सभी शूटर रायपुर उसकी हत्‍या करने पहुंचे थे. लेकिन आरोपी अपने मंसूबों पर कामयाब होते उससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए थे.  

पुलिस ने किया सीन रिक्रिएशन

पुलिस और फॉरेसिंक की टीम ने घटनास्थल से मिले फायरिंग के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सीन को रिक्रिएट किया, जिसके वजह से तेलीबांधा क्षेत्र के उद्योग भवन के पास ट्रैफिक को कुछ देर के लिए डायवर्ट किया गया. कारोबारी के ऑफिस के सामने उस मर्सिडीज कार को वापस खड़ा किया गया जिस पर बुलेट लगी थी. फिर बाइक पर शूटर बनकर दो पुलिसकर्मी पहुंचे.

क्या है पूरा मामला?

गौरतलब है कि रायपुर में शनिवार को करीब 11 बजे दो नकाबपोश शूटर्स ने झारखंड में सड़क बना रहे कारोबारी को डराने के लिए तेलीबांधा में उनके दफ्तर के बाहर फायरिंग की. इसके बाद वहां से बाइक से भागे और फिर रास्ते में उसे छोड़ ऑटो रिक्शा में बैठ गए. ऑटो से वो 12 से साढ़े 12 के बीच स्टेशन पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अपने कपड़े भी बदल लिए थे.

शूटर्स ने स्टेशन के बाहर पहुंचकर सबसे पहले चाय-सिगरेट पी. इसके बाद पास की मोबाइल दुकान से फोन खरीदा. कुछ देर बाद स्टेशन के अंदर गए. अंदर से दोनों दिल्ली जाने वाली ट्रेन में बैठकर रवाना हो गए. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस अब शूटरों की तलाश में जुट गई है. इनकी तलाश के लिए पांच टीम बनाई गई हैं.

 

विदेश से जुड़े तार

छत्तीसगढ़ के बड़े कंस्ट्रक्शन कारोबारी प्रह्लाद अग्रवाल की कार पर फायरिंग के तार विदेश से जुड़ गए हैं. माफिया ने रविवार को कुछ मीडिया हाउस को अमेरिकी नंबर से कॉल किया है. कॉल करने वाले ने खुद को अमन साव गैंग का करीबी मयंक सिंह बताया है. उसने घटना की जिम्मेदारी लेते हुए खुद को गैंग का नया सरगना बताया.

इसके साथ ही सोशल मीडिया लिंक और मैसेज भेजा है. इसमें वह झारखंड में प्रोजेक्ट करने वाले कारोबारियों को धमकाते हुए कह रहा है कि अमन साव सबका सरगना है. वह छोटे काम नहीं देखता है. रायपुर में फायरिंग मैंने कराई है. उसने अपने सोशल मीडिया अकाउंट में घटना का सीसीटीवी फुटेज, चैनल का वीडियो और अखबार की खबर भी पोस्ट की है. पुलिस ने पूरी घटना का सीन रिक्रिएशन किया है.

रायपुर से अजय सोनी की रिपोर्ट

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