Chhattisgarh Lok Sabha Election Results: लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और देश में तीसरी बार NDA की सरकार बनने जा रही है. वहीं छत्तीसगढ़ की बात करें तो 10 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की और कांग्रेस को मात्र 1 सीट से संतोष करना पड़ा. प्रदेश में 220 प्रत्याशी चुनावी मैदान पर थे, जिनमें से 198 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है. दिलचस्प बात ये है कि इनमें सबसे ज्यादा उम्मीदवार बहुजन समाज पार्टी के हैं. इससे पता चलता है कि लोकसभा चुनाव में अन्य दलों के प्रत्याशियों को प्रदेश की जनता ने सिरे से नकार दिया.
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छत्तीसगढ़ की 11 सीटों पर मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच रहा. प्रदेश में पहले तीन चरण में चुनाव संपन्न हुए थे. तीन चरणों में कुल 220 प्रत्याशी मैदान पर थे. राज्य में 72.8 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था.कोरबा सीट को छोड़कर बीजेपी ने सभी सीटों पर जीत हासिल की है.
क्या है चुनाव आयोग का नियम?
चुनाव आयोग के नियम के अनुसार, जब भी कोई चुनाव होते हैं तो उसके लिए जमानत राशि तय की जाती है. लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए 25 हजार रुपए जमा किए गए थे. यह राशि तभी लौटती है, जब कोई प्रत्याशी कुल पड़े वोटों का 1.66 प्रतिशत हासिल कर लेता है. इतने वोट मिलने पर प्रत्याशी की जमानत राशि वापस मिल जाती है.राज्य में कुल उम्मीदवारों में से भाजपा और कांग्रेस के 11-11 उम्मीदवारों को अच्छी संख्या में वोट मिले और उन्होंने अपनी जमानत बचा ली लेकिन बाकी बचे हुए 198 उम्मीदवार अपनी जमानत बचाने में असफल रहे.
इन प्रत्याशियों की जमानत हुई जब्त
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) के उम्मीदवार श्याम सिंह मरकाम (कोरबा) और एलएस उदय सिंह (सरगुजा) ने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में तीसरा स्थान हासिल किया, लेकिन अपनी जमानत बचाने में असफल रहे. छत्तीसगढ़ में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में जीजीपी एक सीट पाली-तानाखार जीतने में कामयाब रही थी.
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार मासूम कुजूर (रायगढ़), अश्विनी रजक (बिलासपुर), दिलीप रामटेके (दुर्ग), ममता रानी साहू (रायपुर), डॉ रोहित डहरिया (जांजगीर-चांपा) और तिलकराम मरकाम (कांकेर) तीसरे स्थान पर रहे. उनकी संबंधित सीट, लेकिन उनकी जमानत जब्त हो गई. इसी तरह, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के फूलसिंह कचलाम बस्तर में चौथे स्थान पर रहे, लेकिन उनकी भी जमानत जब्त हो गई.
चौथे नंबर पर रहा नोटा
प्रदेश में बीजेपी को 79 लाख 9 हजार 797 वोट, कांग्रेस को 61 लाख 68 हजार 408, अदर्स को 5 लाख 99 हजार 244, बीएसपी को 1 लाख 74 हजार 910, नोटा को 1 लाख 35 हजार 430 और सीपीआई को 35 हजार 850 वोट मिला है. इस हिसाब से नोटा चौथे नंबर पर रहा है. मतदाताओं से मत लेने के मामले में छत्तीसगढ़ में पहले नंबर पर बीजेपी, दूसरे नंबर पर कांग्रेस, तीसरे नंबर पर बीएसपी है.
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