Chhattisgarh Congress Candidates List- छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की सूची पर अंतिम मुहर लगा दी है. दिल्ली में गुरुवार को केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक में 90 सीटों पर प्रत्याशी लगभग तय हो गए हैं. माना जा रहा है कि कांग्रेस शनिवार को राज्य में पहले चरण के क्षेत्र वाले सभी प्रत्याशी और दूसरे चरण के क्षेत्र वाले ज्यादातर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर सकती है. सूची में पार्टी 40 नए चेहरों को जगह दे सकती है तो वहीं कम से कम 25 मौजूदा विधायकों के टिकट पर भी तलवार लटक गई है. प्रदेश में 7 नवंबर और 17 नवंबर को मतदान होंगे. जबकि नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे.
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90 विधानसभा सीट वाले छत्तीसगढ़ में साल 2018 के चुनाव में 68 सीटों के साथ 15 साल बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस अबकी बार 75 पार का नारा बुलंद कर रही है. फिलहाल कांग्रेस के पास 71 सीटें हैं. मुख्य विपक्षी दल भाजपा 85 उम्मीदवारों को मैदान में उतार चुकी है. लेकिन कांग्रेस ने अभी तक एक भी लिस्ट जारी नहीं की है. माना जा रहा है कि 2023 में जीत के लिए पार्टी हड़बड़ी में कोई भी फैसला नहीं करना चाहती. लिहाजा पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व प्रत्याशी चयन को लेकर बेहद सख्त नजर आ रहा है.
डेंजर जोन में 25 विधायक?
कांग्रेस उम्मीदवारों के चयन को लेकर काफी सावधानी बरत रही है. इसके लिए छह बार से ज्यादा प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक तो तीन बार स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हो चुकी है. वहीं गुरुवार को दिल्ली में सीईसी की बैठक में छत्तीसगढ़ की सभी 90 सीटों और खासकर पहले चरण की 20 सीटों पर नाम तय करने को लेकर मंथन हुआ. सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश के दो दर्जन से ज्यादा विधायकों पर टिकट कटने की तलवार लटक रही है. लिहाजा कई टिकट दावेदार दिल्ली पहुंचकर अंतिम स्तर पर जोर आजमाइश लगा रहे हैं. इस बीच कांग्रेसी खेमे में दो बड़ी खबरों ने विधायकों की नींद उड़ा रखी है. पहली- इस बार पार्टी विधानसभा चुनाव में लगभग 40 नए चेहरों को टिकट देने जा रही है. और दूसरी- मौजूदा 25 विधायकों का टिकट डेंजर जोन में है. सूत्रों के अनुसार, 15 विधायकों का टिकट कटना तय माना जा रहा है.
टिकट कटने की क्या है वजह?
टिकट कटने के पीछे कांग्रेस की प्रदेश और राष्ट्रीय चुनाव कमेटी ने विधायकों की उम्र, क्षेत्र में उनकी निष्क्रियता, सर्वे रिपोर्ट और जनता से मिले फीडबैक को आधार बनाया है. इसके अलावा कुछ विधायकों को लेकर संगठन से दूरी और भ्रष्टाचार के आरोप भी हैं. कुछ कांग्रेस विधायकों के टिकट काटे जाने के पीछे भाजपा कैंडिडेट के सामने एक मजबूत दावेदार उतारने की कवायद भी वजह मानी जा रही है. बीते दिन कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने भी स्पष्ट कहा था कि कुछ विधायकों का टिकट काटा जा सकता है. हालांकि उन्होंने इसे सामान्य चुनावी अभ्यास करार दिया था. लेकिन भाजपा अब यह कहकर तंज कस रही है कि कांग्रेस चाहे लाख कोशिश कर ले कोई फायदा नहीं होगा. बाकी का तो छोड़िए, कांग्रेस अभी तक खुद मुख्यमंत्री का टिकट फाइनल नही कर पाई है.
(रायपुर से अजय सोनी की रिपोर्ट)
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