Amit Shah Bastar Visit- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) गुरुवार को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Elections 2023) के बस्तर (Bastar) संभाग में दो रैलियों को संबोधित करेंगे, जहां 7 नवंबर को पहले चरण में मतदान होगा. 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद कांग्रेस शासित राज्य में शाह की यह दूसरी यात्रा है. जबकि 20 दिनों के भीतर उनका यह तीसरा प्रदेश दौरा है.
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पार्टी के प्रमुख चुनावी रणनीतिकार पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने इससे पहले 16 अक्टूबर को राजनांदगांव में एक चुनावी रैली को संबोधित किया था. राज्य में दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को मतदान होगा.
इन दो जगहों पर जनता को संबोधित करेंगे शाह
शाह दोपहर बाद नई दिल्ली से जगदलपुर के मां दंतेश्वरी हवाईअड्डे पहुंचेंगे. केंद्रीय मंत्री जगदलपुर के लालबाग मैदान में एक सार्वजनिक बैठक और नामांकन रैली में शामिल होंगे. इस के बाद शाह कोंडागांव के लिए रवाना होंगे जहां वह पुलिस ग्राउंड में एक अन्य चुनावी बैठक और नामांकन रैली में भाग लेंगे. जगदलपुर और कोंडागांव दोनों राज्य के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में आते हैं.
पहले चरण के लिए भाजपा ने कसी कमर
भाजपा के इस चुनावी अभियान का फोकस पहले चरण के चुनाव पर है. पहले चरण में 20 विधानसभा क्षेत्रों – कोंटा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, चित्रकोट, जगदलपुर, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, केशकाल, कांकेर, भानुप्रतापपुर, अंतागढ़, मोहला-मानपुर, खुज्जी, डोंगरगांव, राजनांदगांव, डोंगरगढ़ में मतदान होगा। खैरागढ़, कवर्धा और पंडरिया में वोट डाले जाएंगे. बाकी 70 सीटें दूसरे चरण में कवर की जाएंगी.
कांग्रेस-भाजपा ने कितनी सीटों पर उतारे उम्मीदवार?
सत्तारूढ़ कांग्रेस ने अब तक 90 में से 83 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. वहीं विपक्षी भाजपा ने पहले चरण में होने वाले सभी 20 सीटों सहित 86 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. कांग्रेस ने 2018 के चुनावों में 90 में से 68 सीटें जीतकर शानदार जीत दर्ज की. भाजपा, जिसने 15 वर्षों (2003-2018) तक राज्य पर शासन किया था, 15 सीटों पर सिमट गई, जबकि जेसीसी (जे) और बसपा को क्रमशः 5 और 2 सीटें मिलीं. विधानसभा में कांग्रेस का मौजूदा संख्याबल 71 है.
बस्तर में क्या है पार्टी की रणनीति?
बस्तर को छत्तीसगढ़ की सत्ता की चाबी माना जाता है. फिलहाल यहां की 12 में से 12 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. लिहाजा भाजपा को अपने उम्मीदवार उतारने के लिए यहां काफी मंथन करना पड़ा था. यहां 12 में से 8 पर नए चेहरों कौ मौका दिया गया है, जबकि 4 सीटों पर हारे हुए प्रत्याशियों को उतारा गया है. इनमें चार पूर्व मंत्री केदार कश्यप, लता उसेंडी और महेश गागड़ा और विक्रम उसेंडी को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है.जबकि केशकाल विधानसभा से पूर्व आईएएस नीलकंठ टेकाम को भाजपा ने टिकट दिया है. वहीं पार्टी ने कोंटा से सोयम मुका, दंतेवाड़ा से चैतराम अटामी, चित्रकोट से विनायक गोयल, जगदलपुर से किरणदेव, भानुप्रतापपुर से गौतम उइके, कांकेर से आशाराम नेताम को चुनावी मैदान में उतारा है.
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