Chhattisgarh Elections 2023- छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों से पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस (Congress) को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, मंगलवार को सतनामी समाज (Satnami Samaj) के धर्मगुरु बालदास (Guru Baldas) और उनके बेटे गुरू खुशवंत ने भाजपा (BJP) का दामन थाम लिया है. वोट बैंक के लिहाज से सतनामी समाज राज्य में बेहद अहम माना जाता है. वहीं धर्मगुरु होने के नाते बालदास की पकड़ अपने समाज में बहुत अच्छी मानी जाती है.
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धर्मगुरु बालदास और उनके पुत्र गुरू खुशवंत ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ली. दोनों नेताओं ने प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, सांसद सुनील सोनी, विधायक बृजमोहन अग्रवाल, विधायक शिवरतन शर्मा समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ली है.
गौरतलब है कि सतनामी समाज के धर्मगुरु बालदास और उनके बेटे गुरू खुशवंत पहले भी भाजपा के ही सदस्य थे लेकिन विधानसभा चुनाव 2018 से पहले उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था. मगर चार साल में कांग्रेस से उनका मोहभंग हो गया जिसके बाद एक बार फिर उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली है.
कांग्रेस के लिए बड़ा झटका क्यों?
माना जाता है कि गुरु बालदास को सतनामी समाज के विशाल वोट बैंक का समर्थन प्राप्त है, जो छत्तीसगढ़ की आबादी में 15% का योगदान देता है. उन्होंने 2013 में भाजपा के लिए प्रचार किया था और फिर 2018 में कांग्रेस में शामिल हो गए और पार्टी के लिए प्रचार किया था. अब चुनाव से ठीक पहले उन्होंने भाजपा प्रवेश कर कांग्रेस के लिए चुनौती खड़ी कर दी है.
भाजपा ने किया स्वागत
गुरु बालदास के भाजपा प्रवेश पर पार्टी के नेताओं ने उनका स्वागत किया है. भाटपारा से विधायक शिवरतन शर्मा ने सोशल मीडिया एक्स में पोस्ट किया, “प्रदेश भाजपा कार्यालय, कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में आज सतनाम समाज के “धर्मगुरु श्री बालदास जी “ने भाजपा की राष्ट्रवादी विचारधारा और मा.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की नीति पर भरोसा जताते हुए भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है. विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल में आप का स्वागत है.”
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