Chhattisgarh Elections 2023- छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों की दूसरी सूची आने के बाद पार्टी ने कांग्रेस पर हमला तेज कर दिया है. अब भाजपा प्रत्याशी और पूर्व मंत्री केदार कश्यप (Kedar Kashyap) ने मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए कहा कि वे अब भरोसे का टिकट दे दें. इस दौरान उन्होंने पीसीसी प्रमुख दीपक बैज पर भी हमला बोला.
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नारायणपुर से भाजपा से टिकट मिलने के बाद जगदलपुर पहुंचे पूर्व मंत्री ने शिक्षा, चिकित्सा और भर्तियों को लेकर कांग्रेस सरकार को घेरा. उन्होंने कहा, “हम चिकित्सा, शिक्षा और स्थानीय भर्तियों को लेकर जनता के बीच जाने वाले हैं. भूपेश सरकार ने बड़े-बड़े वादे किए थे लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं किया गया. हम चुनाव के मैदान में हैं, सामना करने की स्थिति है तो कांग्रेस सामने आकर बात करे.”
रंजीत रंजन और केटीएस तुलसी को लेकर कसा तंज
केदार कश्यप ने राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन और केटीएस तुलसी का नाम लेते हुए कहा कि कांग्रेस छत्तीसगढ़िया की बात करती है और दूसरे प्रदेशों के नेताओं को छत्तीसगढ़ का सांसद बनाती है. उन्होंने आगे कहा कि बड़ी-बड़ी बात करने वाले लोग जमीनी स्तर पर काम करने वाले लोग नहीं हैं. जनता इन्हें समझ चुकी है. इस चुनाव में जनता सबक सिखाएगी. जनता ने संकल्प भी ले लिया है.
धर्मांतरण पर कही ये बात
धर्मांतरण के संबंध में पूछे जाने पर केदार कश्यप ने कहा कि अवैध धर्मांतरण को लेकर समाज ने लड़ाई लड़ी. मगर यह केवल सामाजिक लड़ाई नहीं है. सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए था. आईएएस, आईपीएस अफसर सरकार को कई बार पत्र लिखे. उन्होंने पूछा, “प्रदर्शन के पहले क्या भूपेश बघेल और दीपक बैज अपने कानों में रुई डाल कर बैठे थे. क्या मोतियाबिंद का इलाज करा कर बैठे थे जो उन्हें दिखाई नहीं दे रहा था?” उन्होंने कहा कि लोग जाग चुके हैं इस बार इनका विरोध कर रहे हैं. उनके चेहरे पर हवाइयां उड़ रही है. उनकी जमीन खिसकने वाली है. धर्मांतरण मुद्दा पहले भी था. आज भी है और कल भी रहेगा यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है यह एक सामाजिक मुद्दा है.
‘भरोसे का टिकट दें भूपेश’
कांग्रेस की ओर से टिकट घोषणा नहीं किए जाने के सवाल पर केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस कहती है पितर (पितृपक्ष) चल रहा है मगर उनके भीतर क्या चल रहा है वह तो सामने आकर बताएं. जो भीतर चल रहा है, वही तो नहीं बता रहे हैं. उन्होंने कहा, “किस तरह से पार्टी में तोड़फोड़ चल रही हैं. किस तरह से मारपीट हो रही है. अब तो भरोसे का टिकट दें, मैं भूपेश बघेल को यही कहना चाहूंगा.”
कश्यप ने कहा, “उन्होंने भरोसे की सरकार कहा. भरोसे का सम्मेलन कहा. जितने कार्यक्रम हुए सब को भरोसे का कहा. जब वो विश्वास पूरी तरह खो चुके हैं इसलिए हर चीज में भरोसा लगा रहा हैं. अब विश्वास या भरोसे का नाम देकर भरोसे का टिकट प्रारंभ कराएं.”
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