Amit Shah Bastar Visit- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने गुरुवार को कहा कि बीजेपी (BJP) छत्तीसगढ़ में सत्ता में आई तो पूरे राज्य को नक्सली समस्या (Naxalism) से मुक्त कर दिया जाएगा. उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार के तहत नक्सल प्रभावित जिलों में 62 प्रतिशत की कमी आई है. 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद कांग्रेस शासित राज्य में शाह की यह दूसरी यात्रा है. जबकि 20 दिनों के भीतर उनका यह तीसरा प्रदेश दौरा है.
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जगदलपुर के लालबाग में जनता को संबोधित करते हुए भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, “एक बार फिर कमल फूल की सरकार बना दो पूरे छत्तीसगढ़ को हम नक्सल समस्या से मुक्त कर देंगे.”
नामांकन रैली में जगदलपुर पहुंचे शाह ने कहा, “ मोदी जी के 9 साल में हिंसक घटनाओं में 52 प्रतिशत की कमी आई, मौतों में 70 प्रतिशत की कमी आई,नागरिकों की मृत्यु में 68 प्रतिशत की कमी आई और नक्सल प्रभावित जिलों में 62 प्रतिशत की कमी आई.”
यह रैली बस्तर के तीन निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने से पहले बस्तर जिले के मुख्यालय जगदलपुर में आयोजित की गई थी. बस्तर क्षेत्र को एक समय नक्सलवाद से सबसे अधिक प्रभावित माना जाता था और कुछ स्थानों पर यह खतरा अभी भी बना हुआ है.
शाह ने लोगों से भाजपा को वोट देने का आग्रह करते हुए कहा, ”आपके सामने दो विकल्प हैं, एक कांग्रेस है जो नक्सलवाद को बढ़ावा देती है जबकि दूसरी ओर भाजपा है जो नक्सलवाद को खत्म करती है. कांग्रेस जिसने भ्रष्टाचार करके करोड़ों रुपये दिल्ली दरबार को भेजे, जबकि भाजपा जो करोड़ों गरीबों को गैस सिलेंडर, शौचालय, पीने का पानी, स्वास्थ्य सुविधाएं, अनाज और मकान दे रही है.”
‘छत्तीसगढ़ में तीन दिवाली मनानी है’
शाह ने कहा कि हमें छत्तीसगढ़ में तीन दिवाली मनानी है, पहली त्यौहार वाली, दूसरी दिवाली 3 दिसंबर को जब सरकार कमल की बनेगी तब और तीसरी दिवाली जब अयोध्या में जनवरी में प्रभु श्रीराम का मंदिर होगा तब प्रभु के ननिहाल में दिवाली मनेगी.
‘आदिवासियों के लिए मोदी ने किए ढेर सारे काम’
आदिवासी बाहुल्य बस्तर संभाग में जनता को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, “मोदी जी ने पूरे देश भर के ट्राईबलों के सम्मान के लिये, आदिवासियों के सम्मान के लिये ढेर सारे काम किए. जल, जंगल और जमीन की रक्षा के साथ-साथ आदिवासी भाईयों-बहनों को सुरक्षा, सम्मान और समावेशी विकास देने का काम मोदी सरकार ने किया है.”
कांग्रेस पर लगाया आरोप
गृहमंत्री ने बताया कि जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तब उन्होंने आदिवासियों के लिए मात्र 29 हजार करोड़ दिया और देशभर के करोड़ों आदिवासियों के कल्याण के लिए मोदी जी ने 1 लाख 32 हजार करोड़ रुपए खर्च करने का काम किया है. उन्होंने दावा किया कि अगर कांग्रेस छत्तीसगढ़ में सत्ता में वापस आती है, तो राज्य के विकास के लिए केंद्र से भेजा गया पैसा “कांग्रेस के ‘एटीएम’ के माध्यम से दिल्ली भेज दिया जाएगा.”
बस्तर में क्या है पार्टी की रणनीति?
भाजपा के इस चुनावी अभियान का फोकस पहले चरण के चुनाव पर है. पहले चरण में 20 विधानसभा क्षेत्रों – कोंटा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, चित्रकोट, जगदलपुर, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, केशकाल, कांकेर, भानुप्रतापपुर, अंतागढ़, मोहला-मानपुर, खुज्जी, डोंगरगांव, राजनांदगांव, डोंगरगढ़ में मतदान होगा। खैरागढ़, कवर्धा और पंडरिया में वोट डाले जाएंगे. बाकी 70 सीटें दूसरे चरण में कवर की जाएंगी. इनमें 12 सीटें बस्तर संभाग में आती है. बस्तर को छत्तीसगढ़ की सत्ता की चाबी माना जाता है. फिलहाल यहां की 12 में से 12 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. लिहाजा भाजपा को अपने उम्मीदवार उतारने के लिए यहां काफी मंथन करना पड़ा था. यहां 12 में से 8 पर नए चेहरों कौ मौका दिया गया है, जबकि 4 सीटों पर हारे हुए प्रत्याशियों को उतारा गया है. इनमें चार पूर्व मंत्री केदार कश्यप, लता उसेंडी और महेश गागड़ा और विक्रम उसेंडी को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है.जबकि केशकाल विधानसभा से पूर्व आईएएस नीलकंठ टेकाम को भाजपा ने टिकट दिया है. वहीं पार्टी ने कोंटा से सोयम मुका, दंतेवाड़ा से चैतराम अटामी, चित्रकोट से विनायक गोयल, जगदलपुर से किरणदेव, भानुप्रतापपुर से गौतम उइके, कांकेर से आशाराम नेताम को चुनावी मैदान में उतारा है.
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