Raipur Mob Lynching: इस महीने की शुरुआत में रायपुर में दो मवेशी ट्रांसपोर्टरों की कथित भीड़ की ओर से किए गई हत्या मामले में गंभीर रूप से घायल हुए 25 वर्षीय युवक की मंगलवार को अस्पताल में मौत हो गई.
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छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के अरनाग थाना क्षेत्र में भीड़ के हमले में 7 जून को दो मवेशी ट्रांसपोर्टर, गुड्डू खान (35) और चांद मिया खान (23) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. सद्दाम कुरैशी गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
वेंटिलेटर सपोर्ट पर था मृतक
सोमवार को कुरैशी को श्री बालाजी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल से यहां सरकारी डीकेएस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां वे घटना के बाद से वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे. मंगलवार को डीकेएस अस्पताल में उनकी मौत हो गई.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रायपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) कीर्तन राठौर ने पुष्टि की कि कुरैशी की मंगलवार को मौत हो गई और कहा कि मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
क्या है पूरा मामला?
उत्तर प्रदेश के रहने वाले तीनों पीड़ित 7 जून को आरंग इलाके में महानदी पर बने पुल के नीचे मिले थे. भैंसों से भरा उनका ट्रक पुल पर मिला था. आरंग पुलिस ने इसके बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), 307 (हत्या का प्रयास) और 34 (साझा इरादा) के तहत एफआईआर दर्ज की.
एफआईआर के अनुसार, शिकायतकर्ता शोहेब खान ने दावा किया कि चांद ने उसे फोन पर बताया कि जब तीनों पड़ोसी महासमुंद जिले से आरंग की ओर मवेशियों से भरे ट्रक में जा रहे थे, तो मोटरसाइकिल और अन्य वाहनों पर सवार कुछ लोगों ने उनका पीछा किया. ट्रक का टायर फटने के बाद, पीड़ितों का पीछा कर रहे लोगों ने उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट शुरू कर दी. एफआईआर में कहा गया है कि चांद ने शोहेब को बताया कि उसे और उसके दो अन्य साथियों को चोटें आई हैं और वे चलने की स्थिति में नहीं हैं.
मामले की जांच करने और आरोपियों का पता लगाने के लिए रायपुर के एएसपी राठौर की अध्यक्षता में 14 सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया गया है.
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