Kanker News: छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 11 में से 10 सीटों पर जीत दर्ज की. कांकेर लोकसभा सीट ऐसी थी जहां बीजेपी मात्र 1884 वोटों के अंतर से जीती थी. कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर (Biresh Thakur) ये हार नहीं पचा पाए और इवीएम पर ही सवाल उठा दिए. उन्होंने EVM बदले जाने का गंभीर आरोप लगाकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और जांच की मांग की थी. अब निर्वाचन आयोग ने ठाकुर के शिकायत पर जांच की मंजूरी दे दी है.
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दरअसल, कांग्रेस प्रत्याशी बिरेश ठाकुर ने बहुत ही कम मार्जिन के वोटों से हारने के बाद EVM पर ही सवाल खड़े कर दिए थे. भाजपा प्रत्याशी भोजराज नाग ने महज 1884 वोटों के अंतर से जीत का स्वाद चखा. साल 2019 में भी मात्र 6000 वोटों के कमी के कारण बीरेश ठाकुर को हार का मुंह देखना पड़ा था.
EVM की होगी जांच
मतगणना के दिन इस सीट का परिणाम रिकाउंटिंग के चलते सबसे देर से आया था. हालांकि कांग्रेस उम्मीदवार ने परिणाम से संतुष्ट नहीं होने पर चुनाव आयोग को पत्र लिखकर EVM की जांच कराने की मांग की थी. जिसके बाद चुनाव आयोग ने बताया है कि लोकसभा चुनाव 2024 में EVM में गड़बड़ी की शिकायत के 8 एप्लीकेशन आए है. जिसमें EVM की मेमोरी एवं माइक्रो कंट्रोलर की जांच की मांग की गई है.
निर्वाचन आयोग ने एक प्रेस नोट के जरिए जांच की जानकारी दी है. उन्होंने प्रेस नोट में लिखा है कि चुनाव आयोग के 1 जून, 2024 के एसओपी के अनुसरण में, राज्य विधानसभाओं के आम चुनाव के लिए परिणाम की घोषणा के बाद ईवीएम की जली हुई मेमोरी/माइक्रोकंट्रोलर की जांच/सत्यापन के संर्दभ में कुल 8 आवेदन प्राप्त हुए हैं. आवेदन में छत्तीसगढ़ के कांकेर लोकसभा सीट का भी नाम शामिल है.
पहली बार हो रही है जांच
चुनाव आयोग ने कांकेर के 4 बूथों पर जांच के आदेश दिए हैं. जिसमें 3 विधानसभा क्षेत्रों गुंडरदेही, संजारी बालोद और सिहावा शामिल है. इनमें संजारी बालोद के 2 और बाकी विधानसभा के 1-1 बूथ शामिल हैं. बता दें कि यह पहली बार हो रहा है की ECI ने EVM चेक कराने को लेकर कोई गाइडलाइन जारी की है. 1 जून को निर्वाचन आयोग की ओर से यह गाइडलाइन आई थी जिसमें रिजल्ट आने के बाद दूसरे स्थान वाले उम्मीदवार को EVM चेक कराने के लिए आवेदन करने का प्रावधान दिया गया था.
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