Chhattisgarh Mahadev betting app case- प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ के महादेव सट्टेबाजी एप्लिकेशन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अभिनेता रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) को शुक्रवार को पूछताछ के लिए बुलाया. इस केस में सिर्फ रणबीर कपूर के अलावा 15 से 20 हस्तियां और हैं जो ईडी के रडार पर हैं.
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सूत्रों के अनुसार, एजेंसी ने आरोप लगाया है कि कपूर ने कथित तौर पर ऐप के प्रमोटर की शादी में प्रस्तुति देने के लिए ऐप के प्रमोटरों से पैसे लिए थे. ईडी ने कपूर को 6 अक्टूबर को एजेंसी के रायपुर कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा है.
ये नाम हैं रडार पर
सूत्रों ने बताया कि इस मामले में लगभग 14-15 अन्य हस्तियां और अभिनेता ईडी की जांच के दायरे में हैं और उन्हें भी जल्द ही तलब किया जाएगा. इस सूची में आतिफ असलम, राहत फतेह अली खान, अली असगर, विशाल ददलानी, टाइगर श्रॉफ, नेगा कक्कड़, भारती सिंह, एली अवराम, सनी लियोनी, भाग्यश्री, पल्कित सम्राट, कीर्ति खरबंदा, नुसरत भरूचा और कृष्णा अभिषेक का नाम शामिल है.
सौरभ चंद्राकर की शादी में शामिल हुई थी हस्तियां
दरअसल, एक वीडियो सामने आया था जिसे सौरभ चंद्राकर की शादी का बताया जा रहा है. उसमें बॉलीवुड के दिग्गज मौजूद दिख रहे हैं. इससे पहले सूत्रों ने कहा था कि प्रवर्तन निदेशालय की ओर से एकत्र किए गए डिजिटल साक्ष्य के अनुसार, एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को हवाला के जरिए 112 करोड़ रुपये दिए गए, जबकि 42 करोड़ रुपये की होटल बुकिंग के लिए भुगतान नकद में किया गया था. अब, सूत्रों से पता चला है कि पिछले साल सितंबर में चंद्राकर और दूसरे प्रमोटर रवि उप्पल द्वारा आयोजित ऐप की सक्सेस पार्टी की भी जांच चल रही थी. सक्सेस पार्टी में कई बॉलीवुड अभिनेता और गायक भी शामिल हुए थे, जो अब ईडी की जांच के दायरे में हैं. सूत्रों ने बताया कि दोनों आयोजनों के लिए बॉलीवुड के दिग्गजों को इवेंट मैनेजमेंट फर्मों से हवाला के जरिए नकद भुगतान प्राप्त हुआ. उन्होंने यह भी कहा कि इस साल ऐप की सफलता पार्टी के लिए एक ‘शीर्ष’ अभिनेता को शामिल किया गया था और इवेंट एजेंसी द्वारा उसे करोड़ों में भुगतान किया गया था.
क्या है महादेव ऐप?
कंपनी के प्रवर्तक सौरभ चंद्राकर छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाल है और महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग एप्लिकेशन अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को सक्षम करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म की व्यवस्था करने वाला एक प्रमुख सिंडिकेट है. इस ऐप को वे दुबई से संचालित करते हैं. एजेंसी ने आरोप लगाया है कि वह कथित तौर पर नए यूजर को नामांकित करने, आईडी बनाने और बेनामी बैंक खातों के एक स्तरित वेब के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग करने के लिए ऑनलाइन बुक सट्टेबाजी एप्लिकेशन का उपयोग कर रहा था. अधिकारियों ने कहा कि ईडी की जांच से पता चला है कि महादेव ऑनलाइन बुक ऐप यूएई के एक केंद्रीय प्रधान कार्यालय से चलाया जाता है. इसमें कहा गया था कि यह अपने ज्ञात सहयोगियों को 70-30 प्रतिशत लाभ अनुपात पर “पैनल/शाखाओं” की फ्रेंचाइजी देकर संचालित होता है. इसमें कहा गया था कि सट्टेबाजी की आय को विदेशी खातों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन किए जाते हैं. इसमें कहा गया था कि नए उपयोगकर्ताओं और फ्रेंचाइजी (पैनल) चाहने वालों को आकर्षित करने के लिए सट्टेबाजी वेबसाइटों के विज्ञापन के लिए भारत में बड़े पैमाने पर नकद खर्च भी किया जा रहा है.
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