छत्तीसगढ़ में एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है. नगर पालिक निगम कोरबा के आयुक्त प्रभाकर पांडे के निवास स्थान पर शुक्रवार सुबह केन्द्रीय एजेंसी की टीम ने सशस्त्र बलों के साथ छापामार कार्रवाई की.
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जानकारी के मुताबिक, ईडी की टीम दिल्ली से आई है. टीम पहले रायपुर आई और उसके बाद सड़क मार्ग से सशस्त्र बल के साथ कोरबा पहुंची. सुबह-सुबह आयुक्त निवास को सुरक्षा बलों ने अपने घेरे में ले लिया और ईडी के अधिकारी बंगले में छानबीन करने लगे.
आयुक्त निवास से किसी भी व्यक्ति के बाहर आने-जाने पर और बाहर से किसी भी व्यक्ति के भीतर जाने पर रोक लगा दी गई है. ईडी के अधिकारी बंगले में पड़ताल कर रहे हैं.
खबर है कि कोरबा आयुक्त के अलावा कुछ अन्य जगहों पर भी ईडी ने आज कार्रवाई की है.
ईडी पर सियासत तेज
बता दें ईडी की लगातार कार्रवाई को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत तेज है. प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इससे पहले ईडी एक्शन मूड में है. लेकिन केन्द्रीय एजेंसी की कार्रवाई को सत्तारूढ़ कांग्रेस राजनीतिक षड्यंत्र बता रही है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कई बार कह चुके है कि भाजपा सियासी लड़ाई लड़ नहीं पा रही है इसलिए ईडी-आईटी को सामने खड़े कर सरकार को बदनाम करने का प्रयास कर रही है.
ईडी की कार्रवाई पर कोर्ट का दखल
छत्तीसगढ़ में चर्चित कथित शराब घोटाला मामले में भी ईडी ने कार्रवाई की थी. हालांकि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ सरकार को इस मामले में बड़ी राहत दी. शीर्ष अदालत ने ईडी की जांच पर अगले आदेश तक रोक लगा दी. बता दें कि ईडी ने दावा किया है कि साल 2019 से 2022 के बीच प्रदेश में बड़ा शराब घोटाला हुआ है, जिसमें दो हजार करोड़ की मनी लांड्रिग के सबूत मिले हैं. ईडी ने इस मामले में ताबड़तोड़ छापेमारी की थी.
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