अब डाबर ग्रुप तक पहुंची महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले की आंच, मुंबई में एफआईआर दर्ज; जानें पूरा मामला

Mahadev Betting App Case- छत्तीसगढ़ की राजनीति में बेहद चर्चित महादेव बेटिग ऐप (Mahadev Betting App) मामले की आंच अब डाबर ग्रुप (Dabur Group) तक…

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Mahadev Betting App Case- छत्तीसगढ़ की राजनीति में बेहद चर्चित महादेव बेटिग ऐप (Mahadev Betting App) मामले की आंच अब डाबर ग्रुप (Dabur Group) तक पहुंच गई है. मुंबई पुलिस ने पिछले हफ्ते एक सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश बनकर की शिकायत के बाद कुर्ला मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट के आदेश पर महादेव सट्टेबाजी ऐप के संबंध में एफआईआर दर्ज की.

इंडिया टुडे ने एफआईआर की कॉपी हासिल कर ली है और एफआईआर में उल्लिखित आरोपी नंबर 16 और आरोपी नंबर 18 उद्योगपति मोहित बर्मन और गौरव बर्मन हैं. एफआईआर में कुल 31 आरोपियों के नाम हैं. एफआईआर में मोहित बर्मन के नाम का उल्लेखित पता फोर्ट मुंबई का है, जहां कंपनी रजिस्ट्रार के अनुसार उनकी निवेश कंपनी का एक कार्यालय स्थित है.

 

कब दर्ज हुआ मामला?

मुंबई पुलिस की एफआईआर 7 नवंबर को मुंबई के माटुंगा पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है और यह ‘खिलाड़ी ऐप’ के खिलाफ है, जो महादेव बुक का एक सहायक ऐप भी है. इसे सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने कई अन्य सहयोगियों और साझेदारों के साथ मिलकर प्रचारित किया है. इंडिया टुडे ने पहले विशेष रूप से दाऊद इब्राहिम गिरोह और दाऊद के छोटे भाई मुश्ताकीन, जो उनके व्यापारिक भागीदार भी हैं, के साथ चंद्राकर और उप्पल के संबंधों के बारे में रिपोर्ट की थी. मुंबई एफआईआर में सौरभ चंद्राकर, मुश्ताकीन, उप्पल और कई अन्य लोगों द्वारा चलाए जा रहे मैच फिक्सिंग रैकेट का उल्लेख है.

 

मोहित बर्मन और गौरव बर्मन का नाम क्यों?

बनकर की शिकायत के अनुसार एफआईआर में उल्लेख किया गया है कि आरोपी चंदर अग्रवाल और लंदन निवासी दिनेश खंबाट भारत में आयोजित क्रिकेट लीग में मैच फिक्सिंग के लिए मुख्य सट्टेबाज हैं और यह वेबसाइटों और ऐप्स के माध्यम से भी किया जाता है. आरोपी अमित शर्मा जो इन दोनों से जुड़ा हुआ है, इस प्रक्रिया में उनकी मदद करता है. चंदर अग्रवाल की लीग में पिछले दरवाजे से साझेदारियां हैं और उनकी मदद दुबई के हेमंत सूद जो कनेक्टिंग पर्सन हैं और रोहित कुमार मुर्गोई करते हैं. एफआईआर में उल्लिखित शिकायतकर्ता के बयान के अनुसार रोहित कुमार मुर्गोई और दिनेश खंबाट मोहित बर्मन और गौरव बर्मन से जुड़े हुए हैं. एफआईआर में यह भी लिखा है कि मोहित बर्मन और गौरव बर्मन की क्रिकेट लीग की एक टीम में इक्विटी हिस्सेदारी है और प्लेयर्स बुक वेबसाइट पोर्टल में संचालन के लिए उन्होंने अन्य आरोपियों के साथ साझेदारी की है. शिकायतकर्ता का यह भी कहना है कि क्रिकेट लीग में मैच फिक्सिंग में उनकी भागीदारी के बारे में अधिक जानकारी और सबूत प्राप्त करने के लिए मोहित बर्मन, गौरव बर्मन और हरेशी कालाभाई और उनके अन्य सहयोगियों के नाम की जांच की जानी चाहिए.

 

सीएम बघेल पर भी लगे हैं आरोप

ईडी को हाल ही में अपनी जांच में महादेव बुक ऐप के शीर्ष प्रबंधन से जुड़े शुभम सोनी का लिखित और रिकॉर्ड किया गया बयान प्राप्त हुआ, जिन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये से अधिक दिए थे. इससे पहले भी ईडी की जांच में पता चला था कि कैसे पुलिसकर्मी महादेव बुक ऐप प्रमोटरों के लिए लाइजनिंग में शामिल थे और राजनेता उनकी मदद कर रहे थे और कथित तौर पर हवाला नेटवर्क के जरिए रिश्वत ले रहे थे. सोनी ने यह भी आरोप लगाया कि वह पूर्व में बघेल सहित वरिष्ठ राजनेताओं से मिल चुके हैं.

 

ईडी की चार्जशीट में इन लोगों का नाम

ईडी ने इस मामले में एक आरोप पत्र भी दायर किया था जिसमें सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल के साथ-साथ अन्य आरोपियों विकास छापरिया, चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, अनिल दम्मानी, सुनील दम्मानी, विशाल आहूजा और धीरज आहूजा सहित चौदह लोगों को नामित किया गया था.

कई बॉलीवुड अभिनेता और अभिनेत्रियां भी जांच के दायरे में थे क्योंकि उन्होंने अवैध सट्टेबाजी ऐप को प्रचारित दिया था जिसमें अभिनेता रणबीर कपूर, श्रद्धा कपूर, हुमा कुरेशी, नुसरत भरूचा, सनी लियोन और कई अन्य शामिल थे.

 

(मुंबई से दिव्येश सिंह की रिपोर्ट)

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