Chhattishgarh: इन दिनों राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) छत्तीसगढ़ में फूल ऑन एक्शन मोड में है. अब एनआईए ने छत्तीसगढ़ में भाजपा नेता की हत्या के मामले में नक्सल प्रभावित इलाकों में कई स्थानों पर तलाशी ली है.
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छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में 26 जून को रतन दुबे की हत्या हो गई थी. पुलिस का आरोप है कि इसे संदिग्ध सीपीआई (माओवादी) कैडर ने अंजाम दिया था. इस हत्या की जांच के तहत एनआईए ने एक दर्जन स्थानों पर व्यापक तलाशी ली.
चुनाव प्रचार के दौरान हुई थी हत्या
दरअसल 4 नवंबर को 2023 के विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के कौशलनार साप्ताहिक बाजार में भाजपा नेता रतन दुबे की हत्या कर दी गई थी. एनआईए की अब तक की जांच के अनुसार, प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) से संबंधित सशस्त्र हमलावरों ने उनकी हत्या कर दी थी.
जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि सीपीआई (माओवादी) के पूर्वी बस्तर डिवीजन के तहत बयानार एरिया कमेटी के विभिन्न संदिग्धों और ओवरग्राउंड कार्यकर्ताओं (ओडब्ल्यूजी) समर्थकों से जुड़े परिसरों पर कार्रवाई करते हुए, एनआईए ने आज तोयनार, कौशलनार, बाडेनहोड, धौड़ाई और 12 स्थानों पर विस्तृत तलाशी ली.
मोबाईल फोन और 9 लाख से अधिक नकद जब्त
बयान में कहा गया है कि तलाशी के दौरान नक्सली विचारधारा का प्रचार करने वाले पर्चे और साहित्य के साथ-साथ कई मोबाइल फोन, एक टैबलेट और 9.90 लाख रुपये नकद जब्त किए गए.
एनआईए इस मामले में अपनी जांच जारी रखे हुए है, जिसे उसने फरवरी में स्थानीय पुलिस से अपने हाथ में ले लिया था. एजेंसी पहले ही एक आरोपी के खिलाफ आरोपपत्र दायर कर चुकी है.
इस महीने NIA का तीसरा बड़ा एक्शन!
13 जून, पहला एक्शन
इस महीने की शुरुवात में एनआईए ने छत्तीसगढ़ के माओवादियों के संदिग्ध ओवरग्राउंड वर्करों से जुडे कई स्थानों पर छापे मारी की थी जिसमे छत्तीसगढ़ में प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) के संदिग्ध ओवरग्राउंड वर्करों से जुड़े कई स्थानों की तलाशी ली गई. छत्तीसगढ़ में 2023 को विधानसभा चुनाव के दौरान एक पोल पार्टी के काफिले पर माओवादी के नेतृत्व में हुए आईईडी हमले के मामले में गुरुवार (13 जून) को तलाशी ली गई थी.
22 जून, दूसरा एक्शन
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने छत्तीसगढ़ में प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के एक व्यक्ति के अपहरण करने और हत्या से संबंधित मामले में एक नाबालिक सहित चार नक्सलियों के खिलाफ शुक्रवार को चार्ज शीट दायर किया था.
किशन कुरसम का माओवादी कैडरों ने अपहरण कर लिया और उस पर धारदार हथियारों से हमला कर उसकी हत्या कर दी. एनआईए के एक बयान में यह बात सामने आई थी कि शव को दिसंबर 2023 में पदियापारा के पास गोरना-मनकेली रोड पर फेंक दिया गया था.
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