Chhattisgarh Satnami community- ‘10 तारीख’ ये वो दिन है जिसके बाद छत्तीसगढ़ की नई नवेली साय सरकार के सामने चुनौतियों का अंबार लग गया. 10 तारीख... ये वो दिन है जब छत्तीसगढ़ ने ऐसा कुछ देखा जो शायद यहां के इतिहास में पहली बार हो रहा था. बलौदा बाजार में एसपी और डीएम कार्यालय फूंक दिए गए थे और शहर की फिजा में काले धुएं के साथ-साथ सतनामी समाज का आक्रोश भी तैरता नजर आ रहा था.
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अब एक बार फिर ‘10 तारीख’ के आसपास एक बड़े प्रदर्शन का ऐलान हुआ है. क्या छत्तीसगढ़ में एक बार फिर कुछ बड़ा होने वाला है?
सतनामी समाज की बड़ी चेतावनी
बता दें कि 10 जून को बलौदा बाजार में हुए उग्र प्रदर्शन के बाद अब सतनामी समाज राजधानी रायपुर में एक बड़े आंदोलन करने की तैयारी में है. जल्द सतनामी समाज के लोग जेल भरो आंदोलन करने जा रहे हैं. उन्होंने राज्य सरकार के मंत्री और विधायकों की प्रतीकात्मक अर्थी निकालने की भी बात कही है. सतनामी समाज के लोगों ने चेतावनी दी है कि वे सनातन धर्म हिंदू का सार्वजनिक रूप से बहिष्कार/ परित्याग भी कर सकते हैं.
चौपाल: यहां देखें क्या बोले सतनामी समाज के लोग
क्या है गुस्से की वजह?
समाज के नेताओं ने कहा है कि इस बार 5 लाख सतनामी एक साथ विरोध प्रदर्शन करेंगे और इस जेल भरो आंदोलन को अंजाम देंगे. इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों की नाराजगी इतनी ज्यादा है कि इस दौरान वे मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, गृह मंत्री सहित तमाम विधायक और ऐसे नेता जो सतनामी समाज से जुड़े हैं, उनकी अर्थी तक निकलने वाले हैं. लोगों का आरोप है कि बेकसूर लोग जेल जाने को मजबूर हैं, जिन्हें बाहर निकालने के लिए यह सारा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. बता दें कि बलौदाबाजार हिंसा के बाद करीब 165 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जिसे लेकर समाज का आरोप है कि इसमें निर्दोष लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
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