छत्तीसगढ़ नक्सली मुठभेड़: कौन है रतन कश्यप, जिस पर था 5 लाख का इनाम?

Chhattisgarh Naxal Encounter- छत्तीसगढ़ की दंतेवाड़ा पुलिस (Dantewada Police) ने मंगलवार को हुई मुठभेड़ में पांच लाख रुपए के इनामी माओवादी (Maoist) को ढेर कर…

ChhattisgarhTak
follow google news

Chhattisgarh Naxal Encounter- छत्तीसगढ़ की दंतेवाड़ा पुलिस (Dantewada Police) ने मंगलवार को हुई मुठभेड़ में पांच लाख रुपए के इनामी माओवादी (Maoist) को ढेर कर दिया. अब सवाल उठ रहा है कि आखिर पुलिस ने जिस नक्सली को मार गिराया वह कौन था? पुलिस ने बताया है कि किन-किन अपराधों में शामिल था.

पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने प्रेसवार्ता में बताया कि मुठभेड़ में मारा गया आमदेयी एरिया कमेटी का डिप्टी कमांडर रतन कश्यप हत्या,विस्फोट जैसी वारदातों में शामिल था.

कैसे मारा गया पांच लाख का इनामी नक्सली?

पुलिस के अनुसार, माओवादी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए एकत्र हुए थे. इस बात की सूचना पर सीआरपीएफ और डीआरजी की संयुक्त टीम को भेजा गया. फोर्स को देख माओवादियों ने गोली-बारी शुरू कर दी. जवाब में फोर्स को भी अपनी सुरक्षा में गोली चलानी पड़ी. करीब आधे घंटे तक चली मुठभेड़ में पांच लाख का इनामी माओवादी मारा गया.

देशी कट्टा, नक्सली वर्दी बरामद

पुलिस अधिकारी ने बताया कि सर्चिंग के दौरान पुरुष माओवादियों का शव और देशी कट्टा बरामद हुआ है. साथ ही 03 नग राउण्ड, 01 नग नक्सली वर्दी, 01 नग बैटरी, लगभग 20 मीटर लाल-काला रंग का वायर और नक्सल साहित्य समेत अन्य दैनिक उपयोगी सामग्री बरामद किया गया.

घोटिया कुदूरपारा का रहने वाला था नक्सली

पुलिस के अनुसार, मारे गये माओवादी की पहचान आमदई एरिया कमेटी सदस्य रतन कश्यप पिता संतु कश्यप उम्र लगभग 31 वर्ष, निवासी घोटिया कुदूरपारा थाना मालेवाही जिला बस्तर के तौर पर हुई है.

इन वारदातों में था शामिल

– वर्ष 2020 में जिला बस्तर थाना मारडूम अंतर्गत पुलिस पार्टी पर हमला कर आईडी विस्फोट किया गया, जिसमें 2 पुलिस कर्मी शहीद हुए थे.

– साल 2020 में ही एक पुलिसकर्मी की हत्या कर दी गई गई थी जिस पर थाना मारडूम जिला बस्तर में अपराध पंजीबद्ध है.

– साल 2021 में थाना मालेवाही क्षेत्रान्तर्गत घोटिया मोड़ के पास किये गए आईडी ब्लास्ट में बोलेरो वाहन को उड़ाया, वाहन में सवार एक आम नागरिक की मौत हुई थी एवं 8 अन्य लोग घायल हुए थे.

(दंतेवाड़ा से रौनक शिवहरे की रिपोर्ट)

इसे भी पढ़ें- नक्सलियों से वार्ता करेगी साय सरकार, बातचीत के लिए खुला रास्ता, समझें क्यों है अहम

    follow google newsfollow whatsapp